याददाश्त बढ़ानें के लिए करें ये आसान उपाय, कभी नहीं भूलेंगे कोई भी बात…
वरिष्ठ पत्रकार मनितोष सरकार से खास बातचीत
रायगढ़ –छत्तीसगढ़-(Mr. Sanjay Mishra-स्टेट ब्युरो चिफ) : बिलासपुर-छत्तीसगढ़ प्रदेश के न्यायधानी बिलासपुर जिला अंतर्गत नगर पंचायत बिल्हा में निवासरत वरिष्ठ समाज सेवक तथा वरिष्ठ पत्रकार मनितोष सरकार से आम जनमानस के स्वास्थ्य हित में संक्रांति मीडिया एण्ड पब्लिकेशन कॉर्पोरेशन के छत्तीसगढ़ प्रदेश ब्यूरो प्रमुख संजय मिश्रा से खास बातचीत हुई, इस दौरान उन्होनें बताया कि कई लोग बातों को या पढ़ें हुए चीजों को जल्दी भूल जाते हैं, भूल जाना भी एक प्रकार की बीमारी हैं, जिसे नजरंदाज नहीं करना चाहिए। भूलनें की बीमारी को डीमेंशिया अथवा अल्जाईमर कहा जाता है। अल्जाईमर अक्सर वृद्धावस्था में देखा जा सकता है। पर कम उम्र में भी याददाश्त में कमजोर होते हैं तो गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
दरअसल हमारे मस्तिष्क के पीछे तरफ एक प्रकार का ग्लैंड होता है, जिसे हिप्पोकैंपस ग्लैंड कहा जाता है। जब इस ग्लैंड में बैड प्रोटीन का जमाव होता है तब हम कोई बात को याद रखनें में असमर्थ हो जाते हैं। इस बैड प्रोटीन को अमिलाइड बीटा प्रोटीन के नाम से जाना जाता है। हिप्पोकैंपस ग्लैंड 10 साल का रिकॉर्ड रखनें में सक्षम होता है
आयुर्वेदिक अर्थात जड़ी-बूटियों द्वारा इसका इलाज संभव है। कुछ तो दिनचर्या और योगा से भी लाभ मिलता है। याददाश्त बढ़ानें के लिए शंखपुष्पी, ब्राम्ही आदि काफी लाभदायक साबित हुआ है।
आइए जानते हैं याददाश्त बढ़ानें के लिए कुछ आसान उपाय…
शक्कर का सेवन कम करें :-
शक्कर जहर के समान होता हैं और कैंसर कारक भी। शक्कर को चमकानें के लिए हड्डियों का बुरादा इस्तेमाल किया जाता है। ज़्यादा शक्कर के सेवन से आपके दिमाग की याद करनें की क्षमता प्रभावित हो सकती है, क्योंकि शक्कर आपके दिमाग में शार्ट टर्म मेमोरी के पार्ट को प्रभावित करता है, जिससे आप चीज़ें बार-बार भूलनें लग जाएंगे। अगर मीठा का उपयोग करते हैं तो गुड़ का इस्तेमाल करना बेहतर है, क्योंकि गुड़ फेफड़ा को साफ करता हैं और खून को शुद्ध कर दिमाग तक शुद्ध आक्सीजन पहुँचानें में मदद करते हैं जिससे याददाश्त में लाभ मिलेगा।
ब्रेन एक्सरसाइज करें :-
आपके दिमाग को तेज़ बनानें के लिए आप ब्रेन एक्सरसाइज कर सकते हैं। ब्रेन एक्सरसाइज के लिए आप शतरंज, सुडोको, वर्ड क्रॉस, पज़ल्स या कई ब्रेन गेम खेल सकते हैं जिसकी मदद से आपकी ध्यान लगानें की क्षमता बढ़ेगी।
पूरी नींद लें :-
बच्चे परीक्षा के समय देर रात तक पढ़ाई करनें में व्यस्त रहते हैं, जो याददाश्त के लिए नुकसानदायक हो सकता है। आपके शरीर को 7 से 9 घंटे की नींद की ज़रूरत होती है क्योंकि पूरी नींद के कारण हमारा दिमाग और शरीर बेहतर तरीके से काम करते हैं और पूरी नींद के कारण स्ट्रेस की समस्या भी कम होती है जिससे हमारी मेंटल हेल्थ भी बेहतर रहती है।
ज़्यादा कैलोरी का सेवन न करें :-
ज़्यादा कैलोरी अथवा जंक फूड का सेवन करनें से आपके शरीर में फैट बन सकता है। जिससे आपका दिमाग सुस्त हो जाता है और ज़्यादा कैलोरी के कारण आप कई बिमारियों की चपेट में भी आ सकते हैं जिससे आपकी मेंटल हेल्थ पर भी असर पड़ सकता है।
अगर अधिक समस्या हो तो किसी विशेषज्ञ से परामर्श कर इसका निदान कर सही उपचार से आपका खोया हुआ याददाश्त वापस पा सकते हैं पर यह केवल युवाओं के लिए।
वृद्धावस्था के व्यक्तियों को इसका लाभ मिलना शायद हैं क्योंकि उनका उम्रदराज की लक्षण है जो संभव होनें में कठिनाई हो सकती है।