लोहरदगा : रविवार को स्थानीय झखरा कुंबा एम. जी रोड लोहरदगा में आदिवासियों के ज्वलंत मुद्दों पर एक दिवसीय सेमिनार आयोजित किया गया । सेमिनार में अपनी बातों को साझा करते हुए समाजसेवी कुलभूषण डुंगडुंग ने कहा कि सी. एन. टी अधिनियम में थाना क्षेत्र की बाध्यता को समाप्त करने से आदिवासियों को एक जगह से दूसरे जगह पर जमीन खरीद सकते हैं और बिजनेस व्यापार कर सकते हैं और तब बैंक आदिवासियों को माॅरगेज लाॅन बहाल करने के लिए आसान हो सकता है ।
सेमिनार में महिला नेत्री निरंजना हेरेंज टोप्पो, प्रदेश महिला अध्यक्ष, जय आदिवासी केन्द्रीय परिषद राँची ने कहा कि आदिवासियों को एक जुट रहना है । उनहोंने कहा कि आदिवासी महिला जो गैर आदिवासी पुरूष से प्रेम विवाह करती है तो महिला को अनुसूचित जनजाति का संवैधानिक लाभ नहीं मिलना मिलना चाहिए, इससे आदिवासी समाज को बहुत क्षति हो रहा है । आदिवासियों के जमीन को हड़पने के लिए आदिवासी लड़कियों को गैर आदिवासियों द्वारा फँसाया जाता है ।
पंचायत चुनाव, निकाय चुनाव में वैसे महिला को खड़ा किया जाता है, जिससे मूल आदिवासी महिला का अधिकार छीना जा रहा है । आगनतुक मेहमानों को शाॅल और मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया । सेमिनार में अपनी बातों को साझा करते हुए कहा कि आदिवासी समाज में कई आधे-अधूरे जानकार लोग भारत का संविधान का गलत व्याख्या कर रहे हैं खामियाजा खूँटी और लातेहार जिला के ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है । और इसलिए आदिवासी समाज को सही दिशा में सही तरीके से समाज के लोगों को जागरूक करना है । सेमिनार में वन अधिकार संशोधन अधिनियम- 2023 और यू.सी.सी पर पक्ष विपक्ष विस्तार पूर्वक चर्चा किया गया ।
सेमिनार का संचालन बिहारी भगत ने किया । सेमिनार में पूर्व मुखिया मुखिया सुखदेव उराँव, सुनीता उराँव, ज्ञान मुण्डा जी ने भी अपने विचार वयक्त किए ..धन्यवाद ज्ञापन आकाश भगत ने किया । सेमिनार में सैकड़ों महिला पुरूष शामिल हुए।