राजस्व पटवारियों के प्रांत स्तरीय अनिश्चित कालीन आंदोलन से आम जनता परेशान !!!
नहीं हो रहे है राजस्व संबंधी कार्य...!!
छत्तीसगढ़-मध्य प्रदेश – संजय मिश्रा-सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ प्रदेश इन दिनों आंदोलन और हड़तालों के दौर से गुजर रहा है, जहाँ पर राजस्व पटवारी संघ छत्तीसगढ़ की अनिश्चित कालीन प्रांत व्यापी आंदोलन का आज 11वां दिन है।
पटवारियों के कार्यालय एवं कलम बंद हुए अभी 11 दिन ही हुए है, जिसके फलस्वरुप तहसील, राजस्व निरीक्षक मंडल, रजिस्ट्री ऑफिस सभी सुनें पड़े हुए है, राजस्व मामला का काम बंद पड़ा हुआ है, सभी आम जनता का काम अत्यंत प्रभावित हो रहा है, जिसमें अभी तक शासन पहल करनें के पक्ष में नहीं दिखाई दे रहा है, जिससे पटवारियों की अनिश्चित कालीन धरना आंदोलन बहुत लंबे समय तक चलनें के आसार बन रहे है, पटवारियों की अनिश्चित कालीन आंदोलन लंबे समय तक यदि चलता है और पटवारियों की मांग पूर्ण नही किया जाता है तो आम जनता, ग्रामीण जन और विद्यार्थियों के साथ राजस्व विभाग से जुड़े सभी विभाग के कार्य प्रभावित होगा जिसमें राजस्व की भी क्षति संभावित है,
पटवारियों की प्रमुख मांग पदोन्नति, वेतन विसंगति, संसाधन, स्टेशनरी भत्ता, नेट भत्ता, मुख्यालय निवास की अनिवार्यता समाप्त किए जानें संबंधी, अतिरिक्त हल्के का प्रभार के लिए 50 प्रतिशत वेतन के अनुपात में राशि, एवं सबसे महत्वपूर्ण मांग प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज ना किए जानें जब तक की विभागीय जांच में निष्पक्षता से जांच ना हो जाए।
पटवारियों की मांग बहुत लंबे समय से चली आ रही है एवं वर्ष 2020 में आश्वाशन भी मिला था जिस पर पहल आज दिनांक तक नही हो पाया है, जिसके कारण पटवारियों को इस भीषण गर्मी में इस प्रकार के धरना आंदोलन करनें की नौबत आई है।
छत्तीसगढ़ प्रदेश के न्यायधानी बिलासपुर में धरना पर बैठे पटवारियों में प्रमुख रूप से जिलाध्यक्ष देव कश्यप, तहसील बिलासपुर तहसील अध्यक्ष अशोक ध्रुव, उप प्रांताध्यक्ष प्रमोद टंडन, सूरज प्रधान, रामफल वस्त्रकार एवं तहसील कोटा के साथी आदिल खान, ऋषि पुरी गोस्वामी, कमल किशोर भारद्वाज, अभिषेक कुमार सिंह, दिलीप कुमार परस्ते, शकील खान, केसु खांडे, जयप्रकाश आडील, राजपाल मेरसा, रामकुमार चेलिके, अमित तिवारी, राजेश दुबे, रामनरेश बागरी, निधि गुप्ता, पंकज तिवारी, रेवती रमन सिंह, भानु चंद्राकर तहसील अध्यक्ष रतनपुर, सिद्धि जायसवाल, प्रतिमा सिरसो, अमर दहायत, मंजूषा सूर्यवंशी, नीतू श्रीवास्तव, शिरीन अख्तर, वीरेंद्र बहादुर सिंह, गौरी केसरी, जागृति सिंह आदि उपस्थित हैं।
इस खबर के प्रसारण उपरांत अब देखनें वाली बात यह होगी की छत्तीसगढ़ प्रदेश सरकार इन पटवारियों की भीषण गर्मी में चल रहे आंदोलन को संज्ञान में लेते हुए कुछ उचित कार्यवाही करते हैं या फिर क्षेत्र की जनता पटवारियों के साथ इसी तरह परेशान होते रहेंगे।