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क्राइम-भ्रष्टाचार

अरे साहेब जी-अपने तो हद कर दी :- बिजली विभाग की कारनामा !!!

सरबजीत सिंह : ब्यूरो चीफ-ईस्ट

क्राइम-भ्रष्टाचार रिपोर्ट  : चिरकुंडा नगर परिषद क्षेत्र अंतर्गत डूमरकुंडा दुर्गा मंदिर के समीप वार्ड नंबर 17 में वित्तीय वर्ष 2019-2020 में बने शेड निर्माण का एक अनोखा मामला सामने आया है ।

जिसमें बता दे कि वर्ष 2019-2020 में चिरकुंडा नगर परिषद की ओर से डूमरकुंडा दुर्गा मंदिर के समीप एक शेड का निर्माण कराया गया था ! जो कि वार्ड नंबर 17 में पड़ता है जिसकी योजना संख्या 93/2019- 20 है और इसकी प्राक्कलित राशि 240000 रुपए थी।

वहीं आज की वास्तविक स्थिति में जहां शेड होनी चाहिए वहां दो दुकान बनी हुई हैं जिसमें एक में Tata product का indicash ATM का बोर्ड लगा है और उसके बगल में एक दुकान ओर बनी हुई है वहां तो शेड का नामोनिशान तक नहीं दिखता और ना ही योजना का कोई बोर्ड दिखता है ! और साथ ही सबसे आश्चर्य की बात यह है कि यह अवैध अजूबा चिरकुंडा नगर परिषद के कार्यालय से महज 500 मीटर से 600 मीटर के दायरे में हैं ।

वहीं सूत्रों के द्वारा जब यह मामला मीडिया के सामने आया तो संक्रांति मीडिया द्वारा चिरकुंडा नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी संदीप कुमार पासवान से जब इस मामले में पूछा गया तो उन्हें भी यह मामला आश्चर्य चकित लगा तत्काल उन्होंने नगर प्रबंधक मुकेश निरंजन को जांच के लिए भेजा लेकिन नगर प्रबंधक को मामला समझ में नहीं आया उन्होंने मीडिया को बताया कि इस मामले को वह अपने संज्ञान में लेकर उचित कार्रवाई करेंगे ।

इसके साथ ही इस मामले को वार्ड नंबर 17 के  निवर्तमान पार्षद से जब पूछा गया तो उन्होंने भी स्वीकार किया कि शेड की जगह पर दो दुकान का निर्माण हुआ है जिसमें उन्होंने कल्याण राय और संतु चटर्जी की होने की बातें कही है ! अब जहां समाज सेवी नेता ही ऐसा कार्य करेंगे तो आगे जनता खुद समझदार है ।

इसके साथ जब चिरकुंडा नगर परिषद क्षेत्र में बिजली विभाग के सहायक अभियंता से दूरभाष पर मीडिया ने कहा कि एक गरीब के यहां अगर एक तार झूलती मिले या मीटर जरा टूटा हो तो तुरंत FIR और भारी भरकम जुर्माना लगाया जाता हैं तो ये जो अवैध तरीके से दुकानें बनी इसमें विद्युत विभाग ने मीटर कैसे लगा दिया बिना जांच के या बिना पेपर के ? तो इस प्रश्न पर चिरकुंडा के बिजली विभाग के सहायक अभियंता ने मात्र ये कहा कि हम उनकी बिजली काट देंगे ! वहीं कायवाई के नाम पर शून्य हो गए सहायक अभियंता ।

जब संक्रांति मीडिया के द्वारा कार्यवाई की बात कही गई तो मीडिया के साथ ही बहस करने लगे !

वही चिरकुंडा नगर परिषद में इस तरह की घटना और भी हो सकती है अवैध मामले और भी पकड़े जाएंगे देखना यह है कि इस तरह का अवैध काम करने वाले लोगों पर प्रशासन का डंडा चलता है के नहीं ।

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