महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम बेड़े में 15 हजार बसें !!!
जावेद अत्तार : विशेष प्रतिनिधि
पुणे: महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम के बेड़े में फिलहाल करीब 15 हजार बसें हैं। इनमें से पांच हजार बसों को एलएनजी (तरलीकृत प्राकृतिक गैस) में परिवर्तित किया जाएगा।इस संबंध में टेंडर जारी कर दिए गए हैं और अगले कुछ महीनों में ये बसें प्राकृतिक गैस से चलने लगेंगी। वर्तमान में चल रही डीजल कारों से होने वाला प्रदूषण प्राकृतिक गैस कारों से कम हो जाएगा।
एसटी ने एक पर्यावरण पूरक नीति अपनाई है। तदनुसार, इलेक्ट्रिक बसें एसटी के कब्जे में आ गई हैं। अगले दो साल में 5 हजार 150 और इलेक्ट्रिक बसें लायी जाएंगी। इन बसों को बनाने का काम चल रहा है। इनमें से 20 बसें अगले कुछ दिनों में आ रही हैं। इलेक्ट्रिक बस चार्जिंग के लिए राज्य में 71 स्थानों पर चार्जिंग स्टेशन स्थापित किये गये हैं।
इलेक्ट्रिक बसों के लिए 101 स्थानों पर डिपो और चार्जिंग स्टेशन होंगे। वहां इलेक्ट्रिक बसों की मरम्मत की जाएगी। दो तरह की बसें होंगी, 9 मीटर लंबी बस की यात्री क्षमता 34 है और यह बस एक बार चार्ज करने पर 200 किलोमीटर चलेगी। 12 मीटर लंबी बस में 44 यात्री बैठ सकते हैं। यह बस एक बार चार्ज करने पर 300 किलोमीटर चलेगी।
इलेक्ट्रिक बसें वातानुकूलित होंगी। एसटी के बेड़े में वातानुकूलित इलेक्ट्रिक बसें आने से ग्रामीण इलाकों के यात्रियों को भी इसका फायदा मिलेगा। इन बसों का किराया तय करने के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है। यह कमेटी अध्ययन कर इलेक्ट्रिक बस का किराया तय करेगी।
एसटी निगम के स्वामित्व वाली 15,000 बसों में से पांच बसों को डीजल से एलएनजी में परिवर्तित किया जाएगा। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया भी लागू कर दी गई है। प्राकृतिक गैस से चलने वाली बसों में गैस भरने के लिए 90 स्थानों पर डिपो होंगे। करीब सात से आठ साल पुरानी बसों को एलएनजी में बदला जाएगा। यात्रियों के लिए राहत की बात यह है कि प्राकृतिक गैस से चलने वाली बसों में टिकट की कीमतें मौजूदा दरों के अनुसार होंगी।