धुले में किराया वृद्धि के विरोध में एनसीपी का कुंभकर्ण जागृति आंदोलन
शहाजहान अत्तार - राज्य प्रमुख - महाराष्ट्र

धुले:- राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार गुट) ने आज धुले शहर में बढ़े हुए किराए और अन्य नागरिक मुद्दों के खिलाफ ढोल-बाजा आंदोलन किया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने नगर निगम प्रशासन से जवाबदेही मांगते हुए अनोखे अंदाज में प्रदर्शन किया, जिसमें सोए हुए कुंभकर्ण की जीवित झांकी को रथ पर सवार कर शहर में परेड कराई गई। इस दौरान “धुलेकरों, आओ मिलकर नगर निगम को जगाएं” जैसे नारों से पूरा क्षेत्र गूंज उठा।
शहरवासी सड़कें खराब होने, पीने के पानी में कीचड़ आने, सफाई व्यवस्था की बदहाली और बढ़ती बीमारियों से त्रस्त हैं। नागरिकों पर किराया वृद्धि का बोझ डालने से जनाक्रोश और भी तेज़ हो गया है। इसी पृष्ठभूमि में एनसीपी (अजित पवार गुट) ने यह विरोध प्रदर्शन आयोजित किया।
आंदोलन की शुरुआत महाराणा प्रताप चौक से हुई, जहां ढोल और झांझ के साथ कुंभकर्ण की प्रतीकात्मक झांकी निकाली गई। रथ पर सोए कुंभकर्ण और उसके चारों ओर प्रदर्शनकारी नागरिकों का ध्यान आकर्षित कर रहे थे। यह रैली धुले नगर निगम के मुख्य प्रवेश द्वार तक पहुंची, जहां कार्यकर्ताओं ने प्रशासन के सामने कई मांगें रखीं—जैसे कि मकानों का बढ़ा किराया रद्द किया जाए, गंदे पानी की आपूर्ति बंद की जाए, सड़कों की मरम्मत हो और शहर को स्वच्छ रखा जाए।
प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन पर निष्क्रियता का आरोप लगाते हुए कहा, “नागरिकों का स्वास्थ्य खतरे में है और प्रशासन गहरी नींद में सो रहा है। आज हम कुंभकर्ण को जगाने आए हैं।”
इस आंदोलन की खास बात यह रही कि जब नगर निगम में भाजपा का शासन था, तब भी किराया वृद्धि पर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया था। अब जबकि एनसीपी (अजित पवार गुट) राज्य में भाजपा के साथ सत्ता में है, फिर भी उसने इस निर्णय के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, जिससे राजनीतिक हलकों में चर्चाएं तेज हो गई हैं।
इस प्रदर्शन में एनसीपी नेता शामकांत सानेर, पूर्व विधायक शरद पाटिल, सुनील तात्या नेरकर, श्याम पाटिल, सचिन दाहिते, भोला वाघ, प्रकाश पाटिल, सागरंग भावसार, किरण शिंदे, गणेश जाधव समेत सैकड़ों कार्यकर्ता और पदाधिकारी शामिल हुए।