*लोहरदगा जिला स्थापित 158 बटालियन सीआरपीएफ मुख्यालय का 20 वां स्थापना दिवस हर्षोल्लास से मनाया: राहुल कुमार*
नूतन कश्यप
लोहरदगा : गुरुवार को लोहरदगा स्थित 158 बटालियन सीआरपीएफ मुख्यालय में 20 वां स्थापना दिवस हर्षोल्लास से मनाया गया । इस उपलक्ष्य पर सर्वप्रथम राहुल कुमार, कमाण्डेन्ट 158 बटालियन ने टाईप-ई ब्लॉक, कोर्ट परिसर लोहरदगा स्थित मुख्यालय में गार्ड की सलामी ली तत्पश्चात बटालियन के समस्त राजपत्रित अधिकारी, अधिनस्थ अधिकारी एवं अन्य रैंक के उपस्थित जवानों को सैनिक सम्मेलन के माध्यम से संबोधित करते हुए बटालियन के गत 19 वर्षों के इतिहास को दोहराते हुए जवानों को बताया कि बटालियन दिनांक 15.06.2004 को ग्रुप केन्द्र गुरुग्राम में अस्तित्व में आई ।
ग्रुप केन्द्र गुरुग्राम में सफलता पूर्वक बुनियादी प्रशिक्षण पूरा करने के उपरांत बटालियन की तैनाती जम्मु-कश्मीर के गुंड जिले में हुई थी जहां पर श्रीनगर-लेह राजमार्ग की सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गयी, जिसे बटालियन द्वारा बखूबी निभाया गया । इसके अतिरिक्त बटालियन ने वर्ष 2007 तथा 2011 में श्री अमरनाथ जी यात्रा को सफलता पूर्वक सम्पन्न कराने में अहम योगदान दिया ।
जम्मु-कश्मीर में सफलता पूर्वक ड्यूटियों का निर्वहन करने के उपरांत वर्ष 2013 में बटालियन डी-इंडक्ट होकर झारखण्ड राज्य के लोहरदगा जिले में 04 कम्पनियां एवं गुमला जिले में 02 कम्पनियां नक्सलविरोधी अभियान के लिए तैनात हुई तथा यहां पर अनेक ऑपरेशन्स द्वारा क्षेत्र में शांति व्यवस्था स्थापित की । 158 बटालियन द्वारा वर्ष 2018 के दौरान विशिष्ट परिचालनिक उपलब्धिया हासिल करने के फलस्वरूप महानिदेशालय द्वारा वर्ष 2018 की बेस्ट ऑपरेशनल बटालियन के खिताब से नवाजा गया ।
पुन: 2022 में बटालियन की परिचालनिक उपलब्धियों क्रमश: ऑपरेशन डबल-बुल एवं कोरगो ऑपरेशन की उपलब्धियों के फलस्वरूप इस बटालियन को वर्ष 2022 की बेस्ट ऑपरेशनल बटालियन (LWE) के चयन में द्वितीय स्थान प्राप्त किया हुआ है, जोकि बटालियन के लिए गौरव का विषय है । स्थापना दिवस के अवसर पर बटालियन के कैम्प परिसर में संध्याकाल में मेला एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों को आयोजन किया गया ।
जिसमे बटालियन के कार्मिको द्वारा बनाए गए विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजनों का स्टॉल लगाया गया जिसमें खास बात ये भी थी कि इन व्यंजनों में मिलेट्स का इस्तेमाल किया गया जैसे – रागी, ज्वार और बाजरा । सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान कई राज्यों के लोकनृत्यों की भी प्रस्तुति की गयी जैसे असम राज्य का बिहु नृत्य, पंजाब राज्य का भांगड़ा, झारखण्ड राज्य का आदिवासी नृत्य, महाराष्ट्र का नागपुरी डांस, तमिलनाडु का करगम नृत्य, देश भक्ति गीत एवं डांस प्रस्तुत किया गया जिसमें बटालियन के जवानों एवं उनके बच्चों ने भी भाग लिया ।
प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम में जवानों का उत्साह/जोश उच्च कोटि का था तथा यह सांस्कृतिक कार्यक्रम सीआरपीएफ की मिनी इंडिया की छवि को भी दर्शाता है ।
इस कार्यक्रम में सीआरपीएफ तथा लोहरदगा के स्थानीय पदाधिकारी भी शामिल हुए तथा कार्यक्रम की काफी प्रशंसा की, राहुल कुमार, कमाण्डेन्ट 158 बटालियन ने यह भी विश्वास जताया कि 158 बटालियन इसी प्रकार देश-सेवा तथा नागरिकों की सुरक्षा में तत्पर रहेगी तथा सीआरपीएफ का नाम हमेशा रोशन रखेगी ।