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क्राइम-भ्रष्टाचार

संत गहिरा गुरू के पुत्र से मारपीट, पूर्व विधायक विजय अग्रवाल ने की निंदा… !!!

दोषी पुलिस अधिकारियों पर एफ.आई.आर. तत्काल करनें की मांग...!!

छत्तीसगढ़-मध्य प्रदेश – संजय मिश्रा :  रायगढ़- जशपुर जिले के बगीचा विकास खण्ड में हुई घटना से आदिवासी समाज व्यथित हैं, संत गहिरा गुरू के सूपुत्र आदिवासी नेता जिला पंचायत सदस्य गेंदबिहारी सिंह के साथ एस.डी.ओ.पी. शेर बहादुर सिंह एंव उनके कर्मचारियों द्वारा जो बर्वरतापूर्ण पुलिसिया कार्यवाही मारपीट की गई वह अक्षम्य है।

जशपुर जिले के पुलिस अधीक्षक डी. रविशंकर ने बताया कि जिले के बगीचा थानाक्षेत्र अंतर्गत दुर्गापारा में एक विवाद के दौरान जिला पंचायत सदस्य गेंदबिहारी सिंह के साथ मारपीट करने के आरोप में बगीचा क्षेत्र के अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) शेर बहादुर सिंह ठाकुर को लाइन हाजिर कर दिया गया है तथा दो आरक्षकों राजकुमार मनहर और संतोष उपाध्याय को​ निलंबित कर दिया गया है।

रविशंकर ने बताया कि नलकूप खनन से संबंधित शिकायत मिलने के बाद ठाकुर और दो आरक्षक जांच के लिए आज दुर्गापारा गए थे। उन्होंने बताया कि इस दौरान गेंदबिहारी सिंह भी वहां पहुंच गए। रविशंकर ने बताया कि कुछ देर बाद सिंह और पुलिसकर्मियों के मध्य विवाद हो गया और हाथापाई हो गई।

इस संदर्भ में रायगढ़ के पूर्व विधायक विजय अग्रवाल नें घोर निंदा की है, और कहा है कि जिस तरह सार्वजनिक रूप से बर्बरता पूर्वक मारपीट की है, इसकी जितनी भी भर्त्सना की जाए वह कम है।

इधर जिला पंचायत सदस्य गेंदबिहारी सिंह ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने उनके साथ मारपीट की और अपशब्दों का प्रयोग किया। सिंह ने बताया कि जब वह घटनास्थल पहुंचे तब पुलिस अधिकारी और कर्मचारी वहां मौजूद थे। सिंह ने बताया कि जब उन्होंने पुलिस अधिकारियों से शिकायत के संबंध में जानकारी लेनी चाही तब उन्होंने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी।

उन्होने मामले में दोषियों पर एक्ट्रोसिटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर उन्हें तत्काल गिरफ्तार करनें की मांग की है, जिन जिला पंचायत सदस्य के साथ मारपीट की गई है वह संत गहिरा गुरू के पुत्र है।

जशपुर, रायगढ़, सरगुजा इस पुरे आदिवासी बाहुल्य इलाके में संत गहिरा गुरू के लाखों शिष्य है, चुने हुए एक आदिवासी नेता पर कांग्रेस राज में पुलिस की यह बर्बरता बताती है कि आदिवासी समाज के प्रति कांग्रेस की सहिष्णुता शुन्य हो गई है और इसी कारण क्षेत्र की आदिवासी जनता में कांग्रेस के प्रति आक्रोश है, ना सिर्फ आदिवासी बल्कि समाज का हर वर्ग पुलिस के इस कृत्य की घोर निंदा करता है।

पूर्व विधायक विजय अग्रवाल नें इस मामले में कहा कि प्रदेश के कांग्रेस सरकार में आतंक और अराजकता का राज चल रहा है। एक चुने हुए जनप्रतिनिधि के खिलाफ ऐसा असभ्य आचरण करना और उन्हें सरेआम पिटवाना पुलिस गुण्डागर्दी है।

उन्होने कहा कि जिस प्रदेश में गृह विभाग के संसदीय सचिव के सगे भाई तक सुरक्षित नही है, यदि उन्हे पुलिस अधिकारियों के हाथों इस तरह सरेआम पीटा जा रहा है, तो प्रदेश की जनता के बारे में कल्पना की जा सकती है कि वह किस आतंक के खौफ तले जी रही है।

गहिरा गुरू समुचे छत्तीसगढ़ प्रदेश में पुज्य है स्वयं चिंतामणी महाराज प्रतिष्ठित आध्यात्मिक व्यक्तित्व के हैं, उनके भाई के साथ हुई इस बदसलूकी की जितनी भर्त्सना जाए वह कम है, उन्होने दोषी पुलिस वालो पर एक्ट्रोसिटी एक्ट के तहत कार्यवाही की मांग की है।

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