चंडीगढ़- भारत : चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी (सीयू), घड़ूआं ने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) 2024 के 9 वें संस्करण में 20वां रैंक हासिल करके देश के सर्वश्रेष्ठ सरकारी और निजी विश्वविद्यालयों में अपनी निरंतर बढ़त जारी रखी है।
एनआईआरएफ रैंकिंग 2024 में भारत के निजी और सरकारी दोनों विश्वविद्यालयों में 20वां स्थान हासिल करके, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने एक बार फिर शिक्षा, प्लेसमेंट, अनुसंधान और नवाचार में अपनी उत्कृष्टता का प्रदर्शन किया है। साल 2012 में स्थापित चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी मात्र 12 साल की छोटी सी अवधि में आईआईटी और आईआईएम जैसे भारत के कुलीन शैक्षणिक संस्थानों में शामिल कर हो गई है।
2023 में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने देश के सभी सरकारी और निजी विश्वविद्यालयों के बीच एनआईआरएफ रैंकिंग में 27वां स्थान हासिल किया था। पिछले साल की अपनी रैंकिंग से 7 पायदान ऊपर उठते हुए, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने इस साल 20वां स्थान हासिल किया है।
शिक्षा मंत्रालय की वार्षिक रैंकिंग (एनआईआरएफ-2024) के अनुसार, यूनिवर्सिटी ने सभी विषयों में अपनी रैंकिंग में उल्लेखनीय सुधार किया है तथा उत्तर भारत के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयों में से एक के रूप में उभरी है।
इंजीनियरिंग में शानदार प्रदर्शन के साथ चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी (सीयू) ने पिछले साल के 38वें स्थान की तुलना में इस साल 32वां स्थान हासिल किया है। इसी तरह, यूनिवर्सिटी ने मैनेजमेंट संस्थानों में पिछले साल की तरह ही इस साल भी 36वां स्थान हासिल किया है। इस तरह, सीयू उत्तर भारत के विश्वविद्यालयों में शीर्ष मैनेजमेंट संस्थानों में शामिल रहा है।
फार्मेसी में, यूनिवर्सिटी ने इस वर्ष NIRF के संस्करण में शानदार प्रदर्शन के साथ 20 वीं रैंक हासिल की है ,जबकि पिछले वर्ष इसकी रैंक 34वीं थी। 2 पायदान ऊपर उठते हुए, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी भारत में आर्किटेक्चर और प्लानिंग में सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय के रूप में उभरी है। इस वर्ष एनआईआरएफ 2024 के अनुसार 13वें स्थान पर है, जबकि पिछले वर्ष 15वें स्थान पर थी। इस शानदार प्रदर्शन के साथ, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी आर्किटेक्चर और प्लानिंग के लिए शीर्ष संस्थान के रूप में उभरी है।
राज्यसभा सांसद तथा चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी (सीयू) के चांसलर सतनाम सिंह संधू ने यूनिवर्सिटी की उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, “यह हमारे लिए अत्यंत गर्व की बात है कि साल 2012 में स्थापित हमारी चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने मात्र 12 वर्षों की छोटी सी अवधि में भारत के शीर्ष 20 विश्वविद्यालयों में स्थान प्राप्त किया है। एनआईआरएफ रैंकिंग हमारे छात्रों को प्रदान किए जा रहे अत्याधुनिक संसाधनों, सर्वश्रेष्ठ इंफ्रास्ट्रक्चर और बेहतरीन सुविधाओं का प्रमाण है। हमारी 20वीं रैंक शिक्षा, प्लेसमेंट, शोध और नवाचार में हमारे उच्च मानकों को प्रदर्शित करती है। इस रैंकिंग ने चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी को आईआईटी और आईआईएम जैसे भारत के कुलीन शैक्षणिक संस्थानों में शामिल कर दिया है।”
चांसलर सतनाम सिंह संधू ने कहा, “भारत सरकार की एनआईआरएफ रैंकिंग उच्च मानक बनाए रखती है तथा यह अनुसंधान और पेशेवर अभ्यास, धारणा, कैंपस प्लेसमेंट, सीखने के परिणाम, आउटरीच और समावेशिता जैसे कड़े मापदंडों पर आधारित होती है। पिछले पांच वर्षों से, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने एनआईआरएफ रैंकिंग के इन उच्च मापदंडों पर अपने प्रदर्शन में उल्लेखनीय सुधार जारी रखा है। समग्र रैंकिंग के अलावा, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, फार्मेसी, आर्किटेक्चर एवं प्लानिंग सहित कई विषयों में शीर्ष स्थान हासिल किया है जो चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में छात्रों को दी जा रही उत्कृष्टता और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का प्रमाण है।
चांसलर सतनाम सिंह संधू ने कहा यह यूनिवर्सिटी के संकाय, छात्रों और शोधकर्ताओं द्वारा उत्कृष्टता की निरंतर खोज के कारण संभव हुआ है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी अपने छात्रों को उच्च श्रेणी की शिक्षा सुनिश्चित करने और राष्ट्र निर्माण में योगदान देने वाली भविष्य के लिए तैयार प्रतिभा विकसित करने के लिए एक व्यवस्थित उद्योग-उन्मुख दृष्टिकोण का पालन करती है।”
सतनाम सिंह संधू ने कहा कि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी सभी पृष्ठभूमि के छात्रों के लिए किफायती विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह रैंकिंग इस बात का स्पष्ट प्रमाण है कि हमारे परिणाम हमारे मूल्यों के अनुरूप हैं। उन्होंने कहा कि ये रैंकिंग किसी संस्थान द्वारा अपनाए गए शिक्षण-शिक्षण पद्धति और मानदंडों के परिणाम को दर्शाती है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी अपने छात्रों के लिए उच्च श्रेणी की शिक्षा सुनिश्चित कर और राष्ट्र निर्माण में योगदान देने वाले कौशलयुक्त प्रतिभाओं को तैयार करती है।
उन्होंने ज़ोर देते हुए कह कि एनआईआरएफ रैंकिंग 2024 भारतीय विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षा संस्थानों को वैश्विक दक्षता और रैंकिंग के लिए तैयार करती है। परिणामस्वरूप, हमने पिछले 3 से 4 वर्षों में भारतीय शैक्षणिक संस्थानों की वैश्विक रैंकिंग में उल्लेखनीय सुधार देखा है। एनआईआरएफ जैसी प्रतिष्ठित राष्ट्रीय रैंकिंग ने विश्व स्तर पर भारतीय शिक्षा तथा शिक्षण पद्धति को प्रचारित किया है। जिसके परिणामस्वरुप भारतीय शिक्षा का स्तर एवं वर्चस्व विश्व स्तर पर लगातार बढ़ रहा है।
चांसलर ने कहा कि एनआईआरएफ रैंकिंग 2024 में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी का प्रदर्शन इस बात का प्रमाण है कि यूनिवर्सिटी ने छात्रों को अत्याधुनिक संसाधन, बुनियादी ढांचा और सुविधाएं प्रदान करने के साथ-साथ अपनी शैक्षणिक पद्धति को बेहतर बनाने पर काम किया है।
इस वर्ष कुल 10,885 उच्च शिक्षा संस्थानों ने भाग लिया, जो पिछले साल के 5,543 संस्थानों से काफी अधिक है। इस वर्ष के नौवें संस्करण में मुक्त विश्वविद्यालय, कौशल विश्वविद्यालय और राज्य द्वारा वित्त पोषित सरकारी विश्वविद्यालय तीन नई श्रेणियां पेश की गई हैं। संस्थानों को समग्र, विश्वविद्यालय, चिकित्सा, इंजीनियरिंग, प्रबंधन, कानून, वास्तुकला और योजना, कॉलेज, अनुसंधान संस्थान, फार्मेसी, दंत चिकित्सा, कृषि और संबद्ध क्षेत्र, राज्य द्वारा वित्त पोषित सरकारी विश्वविद्यालय, कौशल विश्वविद्यालय, मुक्त विश्वविद्यालय और नवाचार 16 श्रेणियों में रैंक किया गया है।