साहित्य कला सेवा मंडल का स्वर्ण जयंती साहित्य सम्मेलन 17 एवं 18 फरवरी 2024 को आयोजित किया जाएगा !!!
नागनाथ महदापुरे : प्रतिनिधि
नांदेड़:- साहित्य कला सेवा मंडल नागपुर और महाराष्ट्र राज्य साहित्य एवं संस्कृति बोर्ड, मुंबई के सहयोग से साहित्य कला सेवा मंडल, मुंबई, 17 और 18 फरवरी 2024 को मराठी में दूसरा द्वि-दिवसीय लघु काव्य साहित्यिक सम्मेलन, लोकमान्य तिलक मेमोरियल ऑडिटोरियम, कस्तूरबा भवन, बजाज नगर वरिष्ठ साहित्यकार प्रो. डॉ। यह मदन विट्ठल कुलकर्णी की अध्यक्षता में पूरा किया जा रहा है. माननीय.।
दशरथ परब, अध्यक्ष, इंस्टीट्यूट मेनेजेस ब्रैगेंज़ा, पणजी गोवा, पद्मश्री श्री परशुरामजी खुने, वरिष्ठ कलाकार, जड़ीपट्टी रंगभूमि, डॉ. शरद निंबालकर, पूर्व कुलपति डाॅ. पंजाबराव देशमुख कृषि विश्वविद्यालय, अकोला एवं संत साहित्य के मर्मज्ञ विद्वान मा. बबन सारडकर, वरिष्ठ ग़ज़ल लेखक, प्रसिद्ध साहित्यकार आशाताई पांडे, मा. शुभांगीताई भादभडे, मा. विष्णु मनोहर, प्रो. उदय गडकरी, पूर्व अध्यक्ष, अखिल भारतीय वास्तु शास्त्र परिषद, नई दिल्ली, डाॅ. श्रीकृष्ण ढाले, प्राचार्य प्रियदर्शिनी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग नागपुर, डॉ. सागर खादीवाला, प्रसिद्ध कवि, मा. श्रीपाद अपराजित, संपादक, एम.टी., माननीय।
सुनील कुहिकर, संपादक, दैनिक दिव्य वतन, सुनील चरपे, वरिष्ठ पत्रकार, दैनिक लोकमत, मा. हनुमंत पोखरकर, संपादक जय सियाराम, अंबेजोगाई, प्रो. ज्ञानेश वाकुडकर, रुबाईकर, मा. विलास सिंदगीकर, साहित्यकार एवं सदस्य, महाराष्ट्र राज्य साहित्य एवं संस्कृति बोर्ड, मुंबई, माननीय। पुष्पराज गावंडे, वरिष्ठ साहित्यकार एवं सदस्य, महाराष्ट्र राज्य साहित्य एवं संस्कृति बोर्ड, मुंबई, माननीय।
धनंजय गुडसुरकर, वरिष्ठ साहित्यकार, लातूर एवं महाराष्ट्र राज्य साहित्य एवं संस्कृति बोर्ड, मुंबई, डाॅ. अविनाश सांगोलेकर, पुणे, मा. प्रिया कालिका बापट, इंस्टीट्यूट मेनेजेस ब्रैगेंज़ा, पणजी, गोवा, गणेश भाकरे, डॉ. राजेंद्र वाटाने, डॉ. मनोहर नारंजे, माननीय. तुकाराम खिल्लारे, परभणी, माननीय. विजयताई मारोटकर, माननीय. लाखनसिह कटरे, गोदिया, प्राचार्य राजन जयसवाल, नागभीड, ना.गो.थुटे, वरोरा, प्राचार्य प्रहलाद सोनवणे, डाॅ. तीर्थराज कापगते, डाॅ. गिरीश सपाटे रामटेक आदि शामिल होंगे।
इस सम्मेलन में साहित्य से संबंधित विभिन्न सत्रों का आयोजन किया गया है. अतः सभी प्रेमियों एवं साहित्यकारों से भारी संख्या में पधारने का अनुरोध है। गोपाल कडुकर, संस्थापक संपादक दिव्य-वतन, अध्यक्ष राजेश कुबड़े, उपाध्यक्ष राजेंद्र बोकाडे, प्रमुख प्रमुख अंकुश शिंगाडे साहित्य कला सेवा मंडल, नागपुर।