जल संरक्षण के लिए उद्योग एवं पंचायत प्रतिनिधियों की कलेक्टर सिन्हा नें ली बैठक…
रायगढ़ जिला अन्य जिले के लिए मॉडल बनेगा,
रायगढ़ (छत्तीसगढ़- Bureau ) : छत्तीसगढ़ प्रदेश के रायगढ़ जिला कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा नें आज सृजन सभाकक्ष में जल संरक्षण की दिशा में कार्य करनें हेतु उद्योग एवं सरपंच, पंचायत प्रतिनिधियों की संयुक्त बैठक बैठक ली।बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष निराकार पटेल एवं सीईओ जिला पंचायत अबिनाश मिश्रा भी उपस्थित रहे।बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष पटेल नें कहा कि कलेक्टर सिन्हा ग्रामीण अंचल की समस्याओं से भलीभांति परिचित है, आज जिले के कई स्थानों में जल की वृहद समस्या है, जिसे देखते हुए कलेक्टर सिन्हा के द्वारा भू-जल स्तर को बेहतर करनें की दिशा में तालाबों का गहरीकरण कार्य प्रारंभ किया जा रहा है, जो जिले की दृष्टि से प्रशंसनीय कार्य है, यह जिला प्रशासन के द्वारा प्रारंभ किया गया महत्वपूर्ण कदम है, इस कार्य से ग्रामीण अंचल में भू-जल स्तर में इजाफा होनें के साथ रायगढ़ जिला अन्य जिले के लिए मॉडल बनेगा, इस कार्य में पंचायत प्रतिनिधियों का पूरा सहयोग मिलेगा।
कलेक्टर सिन्हा नें कहा कि जल बचाना और पेड़ लगाना महत्वपूर्ण कार्य है, जिसके तहत जल संरक्षण के लिए जिले में तालाबों का गहरीकरण कार्य अभियान के तहत प्रारंभ किया जा रहा है, जिले में भू-जल स्तर गिरावट बड़ी समस्या है, जिसे देखते हुए उद्योगों के माध्यम से वृहद स्तर में तालाबों का गहरीकरण एवं सौंदयीकरण का कार्य किया जाएगा।
कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा नें कहा कि जिले के साठ तालाबों का चयन गहरीकरण के लिए किया गया है, जिसका लिस्ट ग्राम पंचायत एवं संबधित उद्योगों को प्रदान कर दिया जाएगा।
कलेक्टर श्री सिन्हा नें सभी सरपंच, पंचायत प्रतिनिधियों को तालाब चयन एवं जल निकासी कार्य अतिशीघ्र पूर्ण करनें के निर्देश दिए, जिससे एक अप्रैल से तालाब गहरीकरण का कार्य प्रारंभ किया जा सके, इसके साथ ही उन्होंने सरपंच एवं पंचायत प्रतिनिधियों से कहा कि वे अपनें गांव के आवश्यकतानुसार एवं ग्राम पंचायत प्रस्ताव पारित कर तालाबों का गहरीकरण करवाए।
उन्होंने उद्योगों के प्रतिनिधियों को कहा कि जिन गांवों में गहरीकरण का कार्य किया जाना है उस गांव के सरपंच से समन्वय कर उनकी जरूरत के हिसाब से कार्य करें, जिससे गांवों में भू-जल स्तर बढऩें के साथ वहां निस्तारी समस्या हल हो सके।
कलेक्टर सिन्हा नें उद्योग प्रतिनिधियों को तालाबों के गहरीकरण के कार्य को प्राथमिकता के साथ करनें एवं पंचायत प्रतिनिधि व तकनीकी सहायकों का कार्यों में सहयोग लेनें के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि जिले में सबसे अच्छा कार्य करनें वाले उद्योग को सम्मानित किया जाएगा, इसी क्रम में कलेक्टर सिन्हा नें कहा कि आगामी दिनों में नदी तट एवं ग्रामों में वृहद स्तर पर वृक्षारोपण कार्य किया जायेगा।
उन्होंने सरपंच को ग्राम पंचायतों में वृक्षारोपण के लिए जगह चिन्हांकन के निर्देश दिए, जिससे जिले में अधिक से अधिक वृक्षारोपण का कार्य किया जा सके।
इस दौरान सरपंच एवं उद्यागों के प्रतिनिधियों नें अपनीं समस्याओं एवं सुझाव भी रखे। आगामी माह तमनार में लगेगा रोजगार मेला, टोल फ्री नंबर जारी…
कलेक्टर सिन्हा नें उद्योगों के प्रतिनिधियों से कहा कि जिले में सबसे ज्यादा उद्योग स्थापित है, ऐसी स्थिति में स्थानीय ग्रामीणों को उद्योगों में प्राथमिकता के साथ रोजगार उपलब्ध कराए।
उन्होंने कहा कि उद्योगों के मांग एवं स्वरोजगार के लिए जिला प्रशासन द्वारा अप्रेटिंस प्रोग्राम भी प्रारंभ किया जा रहा है, जिससे प्रशिक्षण के पश्चात प्रशिक्षित स्थानीय युवकों को रोजगार मिल सके। उन्होने सभी पंचायत प्रतिनिधियों को बताया कि युवकों को रोजगार उपलब्ध करानें के उद्देश्य जिला प्रशासन द्वारा आगामी माह में तमनार में रोजगार मेला का आयोजन किया जाएगा, जिसमें तकरीबन एक हजार से अधिक पदों पर अप्रेटिंस भर्ती की जाएगी, इसके साथ ही जिला प्रशासन द्वारा रोजगार मेला से संबंधित जानकारी उपलब्ध करानें के लिए टोल फ्री नंबर 93999-83879 जारी किया गया है, जिसमें कॉल या वाट्सअप के माध्यम से रोजगार मेला संबंधी जानकारी प्राप्त कर सकते है।
जल संरक्षण की दिशा में तालाबों का गहरीकरण काफी महत्वपूर्ण- जिला पंचायत अध्यक्ष निराकार पटेल भू-जल स्तर सुधार हेतु प्राथमिकता के साथ किया जाएगा तालाबों का गहरीकरण कार्य- कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा