नई तकनीक और शिक्षा में बदलाव: गाँव से विदेश तक विशाल पाटील की कहानी
शहाजहान अत्तार - राज्य प्रमुख - महाराष्ट्र

सोलापुर :- शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे निरंतर बदलावों के चलते छात्रों को नए अवसर प्राप्त हो रहे हैं। आधुनिक तकनीक और वैश्विक दृष्टिकोण ने छात्रों के लिए रोजगार और विकास के रास्ते खोले हैं। विदेशों में पढ़ाई करने वाले छात्र भारत के छात्रों के लिए एक मिसाल बनते जा रहे हैं।
ऐसा ही एक उदाहरण हैं विशाल संजय पाटील, जो ग्रामीण पृष्ठभूमि से आते हैं और आज विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। हमारे संवाददाता से बातचीत करते हुए विशाल संजय पाटील ने बताया, “विदेशों में विकसित हो रही नई-नई तकनीकों को शिक्षा में शामिल किया जाता है। वहीं भारत में ये तकनीकें काफी देर से पहुंचती हैं। अगर हमारे ग्रामीण क्षेत्रों में समय पर ये तकनीकें पहुँचें, तो तरक्की करने में देर नहीं लगेगी।”
विशाल ने यह भी कहा कि विदेशों में पढ़ाई करने वाले छात्रों की संख्या आज भी बहुत कम है, खासकर ग्रामीण भारत से। लेकिन अगर किसी में सच्ची लगन, मेहनत और ज़िद्द हो, तो वह किसी भी मंज़िल तक पहुँच सकता है। “मैं खुद एक देहाती इलाके से हूँ, लेकिन अच्छी पढ़ाई की वजह से मुझे यह मौका मिला,” विशाल संजय पाटील ने गर्व के साथ कहा।
यह कहानी सिर्फ विशाल की नहीं, बल्कि उन हजारों युवाओं की प्रेरणा है जो सीमित संसाधनों के बावजूद बड़े सपने देखते हैं। यह ज़रूरी है कि देश की शिक्षा प्रणाली तकनीकी विकास के साथ कदम से कदम मिलाकर चले, ताकि भारत का हर छात्र वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सके।