महाराष्ट्र :- यह त्यौहार महाराष्ट्र के विभिन्न जिलों में मनाया जाता है। इस दिन सभी किसान खेतों में अथक परिश्रम करने वाले बैलों की देखभाल करते हैं। सुबह-सुबह बैलों को नहलाकर उनका सम्मान किया जाता है और उन्हें मिठाई खिलाई जाती है।
यह महाराष्ट्र के किसानों के लिए सबसे बड़ा त्यौहार माना जाता है। यह परंपरा आज भी देखी जा सकती है। बिना बैल वाले किसान आज पूजा करने के लिए दुकानों से मिट्टी के बैल खरीद रहे हैं। इस साल अत्यधिक बारिश के कारण कई किसान खेतों में उत्पादन में कमी के कारण दुखी हैं।