नई दिल्ली: आज भारत अपना 77वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस वर्ष का स्वतंत्रता दिवस विशेष महत्व रखता है क्योंकि यह ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के अंतर्गत मनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने देश की प्रगति और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा की।
इस वर्ष के स्वतंत्रता दिवस समारोह की थीम “सशक्त भारत, समृद्ध भारत” रखी गई है, जो देश की आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक विकास की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। समारोह में स्वतंत्रता संग्राम के नायकों को श्रद्धांजलि दी गई और देश की रक्षा, विज्ञान, और तकनीकी में किए गए नए उपलब्धियों का उल्लेख किया गया।
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में आत्मनिर्भर भारत के विज़न पर जोर दिया और बताया कि कैसे देश की नई नीतियाँ और योजनाएँ हमें वैश्विक मंच पर अग्रणी बना रही हैं। इसके अलावा, उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और डिजिटल इंडिया मिशन में हुए सुधारों पर भी प्रकाश डाला।
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देशभर में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिसमें स्कूलों, कॉलेजों और सरकारी कार्यालयों में झंडारोहण, सांस्कृतिक कार्यक्रम और देशभक्ति के गीतों की गूंज सुनाई दे रही है। विभिन्न शहरों में तिरंगा यात्राएँ और प्रदर्शनी भी आयोजित की जा रही हैं, जो भारत की समृद्ध विरासत और संस्कृति को दर्शाती हैं।
देशवासियों के लिए स्वतंत्रता दिवस न केवल गर्व का विषय है बल्कि यह हमें हमारे स्वतंत्रता संग्राम के नायकों के बलिदान को याद करने और उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। आज का दिन हमें यह संकल्प लेने का अवसर देता है कि हम भारत को एक सशक्त, समृद्ध और आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाएंगे।
इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी देशवासियों को बधाई दी और एकता, अखंडता और शांति के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हमारा देश विविधता में एकता की मिसाल है और हम सभी को मिलकर देश के विकास में योगदान देना चाहिए।