कोयंबटूर-भारत : देश की अर्थव्यवस्था का आधार भारतीय कपड़ा उद्योग हरित भविष्य की ओर एक बड़ी छलांग लगा रहा है। हाल ही में तमिलनाडु के कोयम्बटूर में एक कपड़ा निर्माता ने LONGi का उच्च दक्षता वाला Hi-MO 5 सौर मॉड्यूल युक्त एक सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किया है।
प्रतिष्ठित EPC फर्म Viridis Engineering द्वारा कार्यान्वित यह परियोजना पहले से ही प्रभावशाली परिणाम दे रही है, पर्याप्त मात्रा में स्वच्छ ऊर्जा पैदा कर रही है और महत्वपूर्ण लागत बचत कर रही है।
परियोजना दो चरणों में शुरू की गई: मई 2023 में 1 मेगावाट और फरवरी 2024 में 750 किलोवाट। इस संयंत्र की दैनिक उत्पादन क्षमता 6 यूनिट है। इसका अर्थ है कि कपड़ा निर्माता को बिजली बिल पर प्रतिवर्ष 1.9 करोड़ रुपये की भारी बचत होगी। संयंत्र के अपने उपयोग के लिए बिजली सुरक्षित करने तथा स्थिर परिचालन सुनिश्चित करने के अतिरिक्त बिजली बिलों में कमी से मासिक परिचालन लागत में भी उल्लेखनीय कमी आती है।
Hi-MO 5 की उत्कृष्ट विशेषताएं – उच्च विद्युत उत्पादन, कम गिरावट, और असाधारण स्थायित्व – इसे अनेक उद्यमों के लिए एक महत्वपूर्ण ऊर्जा-बचत समाधान बनाती हैं, जिससे ग्राहकों को लाभ मिलता है और स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं को बढ़ावा मिलता है।
सौर EPC (इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण) क्षेत्र में एक विश्वसनीय नाम, Viridis Engineering ने इस परियोजना को मूर्त रूप देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। परियोजना डिजाइन, स्थापना और चालू करने में उनकी विशेषज्ञता ने एक सुचारू और कुशल प्रक्रिया सुनिश्चित की, जिससे कपड़ा निर्माता को सौर ऊर्जा के लाभों को तेजी से प्राप्त करने में सहायता मिली है।
कपड़ा उद्योग में सौर टेक्नोलॉजी का एकीकरण टेक्नोलॉजीकल क्रांति का प्रतिनिधित्व करने के साथ-साथ पृथ्वी के पर्यावरण के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धता का प्रतिनिधित्व भी करता है। “एक हरित विश्व के निर्माण के लिए सौर ऊर्जा का सर्वोत्तम उपयोग करना” के मिशन से प्रेरित होकर, LONGi अपनी अत्याधुनिक फोटोवोल्टिक टेक्नोलॉजी के साथ वस्त्र निर्माण जैसे ऊर्जा की अधिक खपत और उच्च प्रदूषण वाले उद्योगों को हरित और अधिक टिकाऊ भविष्य की ओर ले जाने के लिए तैयार है।