पुणे: भारतीय संविधान की समझ और प्रचार पर कार्यशाला का आयोजन !!!
जावेद अत्तार : ब्यूरो चीफ-पश्चिम
पुणे:- भारतीय संविधान क्या है? संविधान का निर्माण, इतिहास, संविधान की आवश्यकता, संविधान के बारे में गलतफहमियों के साथ-साथ संविधान में मूल्यों का अर्थ” शनिवार को संविधान प्रचारक कार्यशाला का आयोजन किया गया।
संस्था के सहयोग से कार्यशाला का आयोजन ‘माणुसकी केंद्र’ में किया गया और इसका मार्गदर्शन कार्यशाला के मुख्य आयोजक और संविधान प्रचार आंदोलन के प्रमुख कार्यकर्ता राज वैभव और शीतल यशोधरा ने किया।
कार्यशाला का उद्घाटन सामाजिक कार्यकर्ता शीतल यशोधरा ने किया, जिन्होंने संविधान का परिचय दिया। विभिन्न खेलों के दूसरे सत्र में राज वैभव ने संविधान के इतिहास, रचना, भ्रांतियों और प्रस्तावना में मूल्यों के अर्थपूर्ण गहन मार्गदर्शन दिया।
कार्यशाला में शामिल हुए पूर्व संयुक्त नगर आयुक्त ज्ञानेश्वर मोडक, पंचशील सेवा संघ के अध्यक्ष मोहन ननावरे, मधुकर गायकवाड, विजय भटकर, संक्रांती मीडिया के पुणे ब्युरो चीफ जावेद अत्तार ने संविधान कार्यशाला में अपने अनुभव सुनाये।
कार्यशाला के संस्थापक निखिल गायकवाड ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि भारतीय संविधान की समुचित जानकारी होना आवश्यक है तथा इसे सरल तरीके से समझने के लिए संविधान प्रचार कार्यशाला का आयोजन करना अंतिम रूप से आवश्यक है।
कार्यक्रम का संचालन कार्यशाला के मुख्य संयोजक एवं संविधान प्रचारक , लोक आंदोलन के सुदर्शन चखाले ने किया। इस अवसर पर यह व्यक्त किया गया कि संविधान प्रचार कार्यशाला पुणे शहर एवं उसके आसपास निरंतर आयोजित की जानी चाहिए।