योग व्यक्ति के सर्वांगीण विकास का मार्ग है – राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू !!!
जावेद अत्तार : विशेष प्रतिनिधि
पुणे: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज यहां कहा कि योग व्यक्ति के समग्र विकास का मार्ग है और योग की प्रणाली को शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक, सामाजिक और आध्यात्मिक उत्कृष्टता के साधन के रूप में प्रभावी माना जाता है।
राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मू लोनावला में कैवल्यधाम योग संस्थान के शताब्दी समारोह और ‘स्कूल शिक्षा में योग के एकीकरण’ पर राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में बोल रही थीं।
महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस, महिला एवं बाल कल्याण मंत्री अदिति तटकरे, पूर्व केंद्रीय मंत्री और शताब्दी समिति के अध्यक्ष सुरेश प्रभु, कैवल्यधाम के अध्यक्ष डॉ. ओमप्रकाश तिवारी, सचिव सुबोध तिवारी समेत अन्य मौजूद थे।
स्वामी कुवल्यानंद द्वारा स्थापित ‘कैवल्यधाम’ के शताब्दी समारोह के उद्घाटन पर उपस्थित होकर प्रसन्न होकर राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मू ने कहा, भारत की योग शिक्षा वैश्विक समुदाय के लिए उसका अमूल्य उपहार है।
भारत की पहल पर संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को ‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस’ के रूप में मनाने का निर्णय लिया। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने कहा कि योग की प्रणाली स्वास्थ्य और कल्याण के लिए एक समग्र दृष्टिकोण प्रदान करती है और पूरे वैश्विक समुदाय के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।