नासिक:- नासिक के भ्रष्टाचार निरोधक विभाग ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई की। रिश्वत मामले में दो इंजीनियरों पर हुई कार्रवाई।अहमदनगर एमआईडीसी में लोहे की पाइपलाइनों को बदलने के लिए एक ठेकेदार को दिए गए काम के लिए रिश्वत की मांग की गई थी। यह रिश्वत 31 करोड़ 57 लाख रुपये के काम के एवज में 2 करोड़ 67 लाख रुपये जमा कराने के लिए मांगी गई थी।
यह रिश्वत छत्रपति संभाजीनगर के एक ठेकेदार से मांगी गई थी। उनकी शिकायत के बाद नासिक के भ्रष्टाचार निरोधक विभाग ने पंद्रह दिनों तक फोन कॉल रिकॉर्ड किए। इसके बाद कार्रवाई के लिए जाल बिछाया गया। सहायक अभियंता अमित किशोर गायकवाड को शुक्रवार को रंगे हाथों पकड़ा गया।
पैसे मिलने के बाद बातचीत हुई। ठेकेदार से एक करोड़ रुपये लेने के बाद अमित गायकवाड़ ने गणेश वाघ को फोन किया. ‘सर, पैसे मिल गए हैं, बताओ अपना 50% कहां भेजना है..’ तब गणेश वाघ खुश होकर बोले, ‘अरे वाह वाह.. अभी तो अपने पास ही रखो. आपको ही उन्हें पहुंचाना है, स्थान को सूचित करता है। रिश्वतखोरी विभाग ने बातचीत को रिकॉर्ड करते हुए कहा, ‘आपको आपकी मेहनत का फल मिल गया है।’ दोनों के बीच बातचीत के बाद एसीबी ने गायकवाड़ को 1 करोड़ रुपये के साथ हिरासत में ले लिया।