अशिक्षित और अज्ञानता वस लोग डायन कहकर प्रड़ताना करने वाले लोग अब हो जाए सावधान: पूजा कुमारी” !!!
लोहरदगा : प्रतिनिधि
लोहरदगा: जिला में डायन प्रथा उन्मूलन जागरूकता रथ का रवाना विगत दिनों 24 जुलाई 2023 को जिला के हर ब्लाक, पंचायत एवं हरे गली मुहल्ले तक प्रचार प्रसार के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
जिला समाज कल्याण पदाधिकारी पूजा कुमारी ने जिलावासियों को कहा कि अशिक्षित और अज्ञानता वस लोग डायन कहकर प्रड़ताना करने वाले लोग अब हो जाए सावधान। क्योंकि सरकार द्वारा अब कानून बनाकर लोगों को उस प्रड़ताना से मुक्त करने का उपाय किया गया है।
इस जागरूकता रथ में सरकारी कल्याणकारी योजनाओं का प्रचार प्रसार कला सांस्कृतिक दलों के माध्यम से पूरा लोहरदगा जिला के हर प्रखंड और हर पंचायत के गांवों में घुम घुम कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
उन्होंने ने बताया कि डायन प्रथा से संबंधित किसी भी अपराध के लिए सजा संबंधी प्रावधानों को भी लोगों को बताए गया है। इस रथ के साथ एक नुक्कड़ नाटक दल भी रवाना किया गया है जो ग्रामीण क्षेत्र के स्थानीय लोकल भाषा के माध्यम से उनलोगों को नुक्कड़ नाटक दिखाकर डायन प्रथा जैसी सामाजिक कुरीति से अवगत कराया जा रहा है।
लोहरदगा जिला समाज कल्याण पदाधिकारी पूजा कुमारी ने बताया कि आए दिन अंधविश्वास के नाम पर घटित होने वाली प्रताड़ना व मारपीट की घटनाएं हमारे देश गांव घर के लोग खोखले कर देता है और विकास कार्य की पोल खोलकर रख देता हैं।
यह अजीब कशमकश है जिसमें हमारा समाज और देश पिसता जा रहा है. उन्होंने ने कहा कि आधुनिक व शिक्षित पीढ़ी भी इस मार्ग का अंधानुकरण करता जा रहा है. काला जादू, भूत-प्रेत, मानव व पशु बलि, डायन प्रथा, बाल विवाह से लेकर कांच के टूटने, बिल्ली के रास्ते काटने, पीछे से टोकने व कई गणितीय अंकों को भी अंधविश्वास के नजरिये से परखा और जांचा जा रहा है.डायन प्रथा के नाम परअंधविश्वास एक मकड़ का जाल है। आज की इक्कीसवीं सदी में हम यदि भूत-प्रेत और डायन प्रथाओं का बोझ ढो रहे हैं तो यह हमारे देश के लिए सबसे बड़ा कलंक है. इस विकृत सोच को बदले और आगे बढ़े।