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राजनीति

लैलूँगा विधानसभा में कांग्रेस विधायक चक्रधर सिंह सिदार के आलावा किसी अन्य को टिकिट दिया जावे- ईसाई आदिवासी महासभा

छत्तीसगढ़ - प्रतिनिधि

लैलूंगा/रायगढ़ : छत्तीसगढ़ विधान सभा चुनाव विधान सभा क्षेत्र क्र.15 जिला रायगढ़ में निवासरत सभी मसीह समाज चर्च के समस्त ईसाई मिशनरिज रोमन काथलिक तथा जी.ई.एल. चर्च के द्वारा संचालित ईसाई आदिवासी महासभा के द्वारा एक ऐतिहासिक निर्णय लिया गया है, जहाँ ईसाई आदिवासी महासभा के फादर्स, सिस्टर्स, पास्टर्स, प्रचारक एवं ईसाई धर्मप्रेमी तथा ईसाई धर्म अनुयायियों नें लैलूंगा विधान सभा के वर्तमान विधायक चक्रधर सिंह सिदार के कार्यशैली से बहुत ज्यादा नाराज हैं।

नाराजगी का मुख्य कारण यह है कि विधायक चक्रधर सिंह सिदार नें पूरे पाँच साल के कार्यकाल में ईसाई धर्मावलम्बियों के साथ पिछले विधान सभा चुनाव में किए गए समस्त वादों को पूरा नही कर पाए।वर्तमान विधायक चक्रधर सिंह सिदार को निष्क्रिय बताया गया है, वे कभी भी जनसंपर्क नही करते हैं।

ईसाई आदिवासी समाज के हितैषी नही हैं, विगत पांच सालों में मसीह समाज बाहुल्य क्षेत्र में जनसंपर्क नहीं किया, ईसाई समाज के कोई भी सरपंच, सचिव तथा जन प्रतिनिधियों से संपर्क नही करता है, और किसी का फोन नहीं उठाता है।

आदिवासियों से संबन्धित छोटे-छोटे कामों में ध्यान नही दिया जाता है, जबकि समीह समाज के लोगों की जनसंख्या पूरे विधान सभा में लगभग 45,000 की आबादी है।

लैलूंगा विधान सभा क्षेत्र के सभी चर्च में प्रत्येक रविवार को गिरजा, मिस्सा, पुुजापाठ करते हैं, जहाँ समाजिक बुराईयों का निराकरण एवं विचार विमर्श किया जाता है, वहीं समाज के लोगों के द्वारा बुलाने पर विधायक के द्वारा ध्यान नही दिया जाता है, जबकि मसीह समाज जन्मजात कांग्रेस पार्टी के समर्थक हैं, और हमेशा कांग्रेस पार्टी को ही सपोर्ट करते हैं।

बाताया जा रहा है कि दिनांक 28 सितम्बर 2023 को ग्राम बीरसिंघा में बैठक आयोजित किया गया था, समाज के सभी प्रबुद्धजनों नें अपनें-अपनें विचार रखे और ध्वनि मत से सभी नें एक स्वर में वर्तमान विधायक को बदलकर किसी अन्य जीतनें योग्य व्यक्ति को कांग्रेस पार्टी का प्रत्याशी बनाए जानें पर जोर दिया गया जो कि सर्व सम्मति से निर्णय लेते हुए प्रस्ताव पारित किया गया, वहीं लोगों का कहना है कि ईसाई समुदाय के साथ वर्तमान विधायक नें बहुत बड़ा धोखा किया है, जिसके कारण ईसाई आदिवासी महासभा के जिला अध्यक्ष सहित सभी लोगों में बहुत ज्यादा नाराजगी तथा आक्रोश व्याप्त है।

ईसाई आदिवासी महासभा नें कई बार विधायक से बैठक करना चाहा पर कभी भी उन्होंने समय नहीं दिया, ना ही बैठक करना उचित समझा, जबकि ईसाई समुदाय का वोट कांग्रेस पार्टी का पारंपरागत वोट बैंक है, और ऐसे में ईसाई महासभा के ईसाई आदिवासियों की नराजगी कहीं न कहीं वर्तमान के कांग्रेसी विधायक चक्रधर सिंह सिदार के लिए नुकसान दायक है।

आपको यह भी बता दें कि लैलूंगा विधानसभा सीट में ईसाई आदिवासी महासभा के द्वारा विधायक के चेहरे को बदलनें के संबन्ध में कांग्रेस पार्टी के हाई कमान तथा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज एवं उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल तथा उप मुख्यमंत्री मंत्री टी.एस. सिंह देव सहित छत्तीसगढ़ प्रदेश के चुनाव प्रभारी सुश्री कुमारी सैलजा से तथा सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से सीधे लैलूंगा विधान सभा के निष्क्रिय विधायक चक्रधर सिंह सिदार के टिकट काट कर किसी अन्य जिताऊ प्रत्याशी को टिकट देने हेतु ईसाई आदिवासी महासभा नें अपनी मांग रखी है।

अब यह देखना होगा कि कांग्रेस पार्टी अब टिकट देनें को लेकर क्या विचार करती है, और किस नए चेहरे पर विश्वास करके टिकट दिया जाता है, यह तो भविष्य के गर्भ में है।
हालांकि टिकट मांगनें वालों में कई नाम आए हैं पर जिताऊ उम्मीदवारों में से बस पूर्व विधायक हृदय राम राठिया, श्रीमति विद्यावती सिदार, सुरेन्द्र सिदार के आलावा और कोई मैदान में नहीं है।

वर्तमान विधायक का यदि टिकट कटता है तो यही तीन नामों से किसी एक नाम पर पार्टी टिकट देनें पर विचार कर सकती है, जिसमें से मात्र एक चेहरा है जो कि लैलूंगा में कांग्रेस की नैय्या पार करानें में सक्षम दिख रहा है उसका नाम हृदय राम राठिया है जो कि पूर्व में एक बार कांग्रेस पार्टी से विधायक रह चुके हैं, जिनका क्षेत्र में बहुत अधिक पकड़ है और बहुत मजबूत पकड़ है तथा जबरदस्त जनाधार वाले दबंग आदिवासी नेता के रूप में उनकी पहचान है।

अब यह देखना होगा कि पार्टी आला कमान क्या निर्णय लेती है, और किसे टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा जाता है, इसे तो वक्त ही तय करेगा।

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