
नई दिल्ली:- स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित किया। अपने लगभग 90 मिनट के भाषण में पीएम मोदी ने विकास, सुरक्षा, भ्रष्टाचार, युवा शक्ति और देश की जनसांख्यिकी पर गंभीर चेतावनी जैसे कई मुद्दों पर बात की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि “देश की जनसांख्यिकी बदली जा रही है। यह केवल आंकड़ों का खेल नहीं है, बल्कि हमारे भविष्य की दिशा को तय करने वाला विषय है।” उन्होंने इस बदलाव के पीछे की चुनौतियों और संभावित खतरों को लेकर देशवासियों से सतर्क रहने की अपील की।
पीएम मोदी के भाषण की प्रमुख बातें:
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जनसांख्यिकी पर चिंता: योजनाबद्ध तरीके से जनसंख्या संतुलन में बदलाव पर चेतावनी, इसे राष्ट्रीय सुरक्षा और स्थिरता से जोड़ा।
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आर्थिक विकास: भारत को वैश्विक विकास का नेतृत्वकर्ता बनाने के संकल्प के साथ मेक इन इंडिया और स्थानीय उत्पादन पर जोर।
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आत्मनिर्भर भारत: स्टार्टअप, नवाचार और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को बढ़ावा देने का वादा।
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युवा शक्ति: आने वाले 25 वर्षों में भारत को ‘विश्व गुरु’ बनाने में युवाओं की निर्णायक भूमिका पर भरोसा।
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भ्रष्टाचार पर प्रहार: भ्रष्टाचार और परिवारवाद को खत्म करने को सरकार की प्राथमिकता बताया।
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सामाजिक एकता का संदेश: जाति, धर्म और भाषा से ऊपर उठकर एक भारत, श्रेष्ठ भारत की ओर बढ़ने की अपील।
प्रधानमंत्री का यह संबोधन न केवल मौजूदा परिस्थितियों पर टिप्पणी था, बल्कि अगले 25 वर्षों के लिए भारत की दिशा और दृष्टि को भी स्पष्ट करता है।