Advertisement
झारखण्ड

राष्ट्रपति के आने से पहले हटा दी गईं सारी दुकानें! क्या ये सिर्फ दिखावा है?

समीर सिंह: प्रधान संपादक

धनबाद-झारखंड :- देश की महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के 1 अगस्त को धनबाद दौरे से पहले शहर में बड़ी सफाई और सौंदर्यीकरण की मुहिम चलाई गई। लेकिन इस मुहिम के तहत जिन तरीकों का इस्तेमाल हुआ, उसने शहर के आम लोगों, खासकर फुटपाथ दुकानदारों और स्ट्रीट वेंडर्स की ज़िंदगी को झकझोर दिया है।

4 दिन में बदला गया पूरा शहर

प्रशासन ने बीते चार से पांच दिनों में धनबाद के प्रमुख स्थानों जैसे बैंक मोड़, रणधीर वर्मा चौक, स्टेशन रोड और गोल्फ ग्राउंड रोड पर अचानक सफाई अभियान शुरू किया। सड़क किनारे लगी सभी अस्थायी दुकानें, ठेले और फड़ हटा दिए गए।

हालांकि प्रशासन का दावा है कि यह सब सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को देखते हुए किया गया, लेकिन दुकानदारों का कहना है कि न उन्हें कोई नोटिस दिया गया, न ही कोई वैकल्पिक स्थान।

बिजली के मीटर मौजूद, दुकानें गायब

हमारी ग्राउंड रिपोर्ट में यह सामने आया है कि कई दुकानों को हटाने के बाद भी वहां लगे बिजली के मीटर अब भी मौजूद हैं। इसका अर्थ यह है कि ये दुकानें पूरी तरह अवैध नहीं थीं, बल्कि इन्हें स्थानीय निकायों द्वारा स्वीकृति दी गई थी।

अब सवाल यह उठता है कि अगर दुकानें अधिकृत थीं, तो फिर अचानक इन्हें हटाना कहां तक न्यायसंगत है?

टूटी सड़कें भी चमकने लगीं

सिर्फ दुकानें ही नहीं, बल्कि शहर की कई सड़कों की हालत भी अब तेजी से सुधारी जा रही है। जो सड़कें महीनों से गड्ढों में थीं, वहां अब रातोंरात डामर बिछाया जा रहा है। दीवारों पर रंगरोगन, झंडे, स्वागत द्वार और फूलों की सजावट की जा रही है — ताकि महामहिम राष्ट्रपति को ‘साफ़-सुथरा और सुंदर धनबाद’ दिखाया जा सके।

स्थानीय नागरिकों का कहना है कि अगर सड़कें इतनी जल्दी सुधर सकती हैं, तो आम दिनों में ऐसा क्यों नहीं होता?


स्थायी बदलाव या केवल ‘शो ऑफ’?

शहर में यह चर्चा ज़ोरों पर है कि क्या यह सफाई और मरम्मत की मुहिम सिर्फ राष्ट्रपति के दौरे के लिए की गई है? या प्रशासन अब वाकई अतिक्रमण और अव्यवस्था पर सख्त है?
क्योंकि यदि यह बदलाव सिर्फ VIP दौरे तक सीमित है, तो यह आम जनता के साथ एक दिखावा ही माना जाएगा।


दुकानदारों की अपील

प्रभावित दुकानदारों ने प्रशासन से मांग की है कि उन्हें वैकल्पिक स्थान उपलब्ध कराया जाए, ताकि वे अपनी रोज़ी-रोटी जारी रख सकें।
“हम राष्ट्रपति जी का स्वागत करते हैं, लेकिन हमारी भी ज़िंदगी है। हमें बिना जगह दिए हटाना कहां का न्याय है?” — एक स्थानीय दुकानदार ने कहा।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का धनबाद दौरा निश्चित रूप से गौरव की बात है। लेकिन यदि इस दौरे की तैयारियों के नाम पर गरीबों की दुकानें उजाड़ी जाएं, और सुधार सिर्फ VIP मेहमान के लिए हों, तो यह सोचने की ज़रूरत है कि क्या हमारा तंत्र आम नागरिकों की सेवा के लिए है या सिर्फ दिखावे के लिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
.site-below-footer-wrap[data-section="section-below-footer-builder"] { margin-bottom: 40px;}