बेमेतरा अस्पताल का निरीक्षण कर बोलीं डॉ. वर्णिका शर्मा: बच्चों को मिले समुचित देखभाल
संपादकीय

छत्तीसगढ़:- छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ. वर्णिका शर्मा ने शुक्रवार को बेमेतरा जिला चिकित्सालय का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने एमसीएच बिल्डिंग में स्थित प्रसव कक्ष, पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) और एसएनसीयू वार्ड सहित कई स्वास्थ्य इकाइयों का विस्तृत निरीक्षण किया।
माताओं और नवजातों से संवाद
निरीक्षण के दौरान डॉ. शर्मा ने अस्पताल में भर्ती प्रसूताओं, नवजात शिशुओं और उनके परिजनों से मुलाकात कर चिकित्सा और देखभाल संबंधी सुविधाओं की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि समय पर इलाज, पर्याप्त पोषण और स्वच्छ वातावरण, माताओं और बच्चों के लिए अत्यंत जरूरी है।
सेवाओं से संतुष्ट दिखीं अध्यक्ष
डॉ. शर्मा ने अस्पताल परिसर की सफाई व्यवस्था, चिकित्सा स्टाफ की कार्यशैली और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने विशेष रूप से पोषण पुनर्वास केंद्र की सराहना की और इसे कुपोषण के खिलाफ एक प्रभावी पहल बताया।
पोषण रजिस्टर और निगरानी प्रणाली की समीक्षा
उन्होंने एनआरसी में बच्चों को दी जा रही पोषण डाइट, पंजीकरण प्रक्रिया और निगरानी व्यवस्था का अवलोकन किया। साथ ही यह भी कहा कि प्रत्येक बच्चे को नियमित संतुलित आहार मिलना चाहिए और माताओं को पोषण संबंधी जागरूकता देना अनिवार्य है।
अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति
निरीक्षण के दौरान नगर पालिका अध्यक्ष विजय सिन्हा, पार्षद नीतू कोठारी, आयोग की सदस्य निवेदिता जोशी, प्रफुल्ल शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। स्वास्थ्य विभाग की ओर से डॉ. अशोक बसोड़ (जिला स्वास्थ्य अधिकारी), डॉ. लोकेश साहू (सिविल सर्जन), डॉ. दीपक निराला (शिशु रोग विशेषज्ञ), डॉ. स्वाति यदु (अस्पताल प्रमुख सलाहकार), डीपीएम लता बंजारे, संजय तिवारी (मीडिया प्रभारी) और दीप्ति धुरंधर सहित अन्य स्टाफ मौजूद रहे।
स्वास्थ्य सेवाओं को प्राथमिकता देने के निर्देश
निरीक्षण के अंत में डॉ. शर्मा ने अस्पताल प्रशासन को निर्देश दिए कि माताओं और बच्चों को समय पर उपचार, समुचित देखभाल और स्वच्छ वातावरण की सुविधा देना सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने कहा, “स्वस्थ बचपन ही सशक्त भविष्य की नींव है। इसके लिए सभी को सजग और समर्पित रहना होगा।”