सोलापुर में सिटी बस सेवा बहाल करने की मांग, संभाजी ब्रिगेड का प्रदर्शन
शहाजहान अत्तार - राज्य प्रमुख - महाराष्ट्र

सोलापुर: पिछले पांच-छह वर्षों से सोलापुर महानगरपालिका की सिटी बस परिवहन सेवा भ्रष्टाचार और प्रशासनिक लापरवाही के कारण बंद होने के कगार पर है। इस पर तत्काल कार्रवाई की मांग को लेकर संभाजी ब्रिगेड ने मनपा कार्यालय में प्लास्टिक की बस लेकर जोरदार प्रदर्शन किया।
संभाजी ब्रिगेड ने मांग की कि आम जनता के लिए सस्ती सिटी बस सेवा जल्द शुरू की जाए। प्रदर्शन के बाद उपायुक्त मुन्ना ने इस मुद्दे के समाधान का आश्वासन दिया।
आजादी के बाद सोलापुर की परिवहन सेवा राज्य में तीसरे स्थान पर थी, जहां लगभग 600 कर्मचारी काम करते थे। लेकिन समय के साथ राजनीतिक उदासीनता और रखरखाव की कमी के कारण यह सेवा कमजोर होती गई।
शहर में बढ़ती आबादी और विस्तार के कारण कम दर पर सार्वजनिक परिवहन की आवश्यकता और बढ़ गई है। निजी रिक्शा में यात्रा आम नागरिक की आर्थिक क्षमता से बाहर है। हालांकि, केंद्र सरकार ने सोलापुर के लिए 100 ई-बसों को मंजूरी दी है, लेकिन उनके लिए जरूरी चार्जिंग सेंटर और अन्य आधारभूत सुविधाएं अब तक पूरी नहीं हो पाई हैं।
2015 में अशोक लीलैंड से खरीदी गई 144 बसों में से 99 बसों के चेसिस क्रैक हो गए थे, जिनका पंजीकरण RTO ने रद्द कर दिया है। फिलहाल केवल 22 बसें ही चालू स्थिति में हैं।
संभाजी ब्रिगेड ने चेतावनी दी है कि यदि मनपा ने शीघ्र निर्णय नहीं लिया तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। इस आंदोलन में पश्चिम महाराष्ट्र अध्यक्ष शाम कदम, जिला अध्यक्ष संभाजी राजे भोसले, महिला आघाड़ी अध्यक्ष मीनल दास, वकील आघाड़ी अध्यक्ष गणेश कदम समेत कई पदाधिकारी शामिल रहे।