
झारखंड:- झारखंड में शराब घोटाले की जांच तेज करते हुए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने बुधवार को लगातार दूसरे दिन बड़ी कार्रवाई की। एसीबी ने झारखंड स्टेट बेवरेजेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड (JSBCL) के वित्त महाप्रबंधक सुधीर कुमार दास, पूर्व महाप्रबंधक सुधीर कुमार और मेसर्स मार्शन इनोवेटिव सिक्योरिटी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड की स्थानीय प्रतिनिधि नीरज कुमार सिंह को गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी से पहले तीनों से दिनभर पूछताछ की गई।
संक्रांति मीडिया द्वारा यह खबर दी गई थी कि झारखंड में रिटेल दुकानों द्वारा तय दर से अधिक पैसे वसूले जा रहे हैं। साथ ही, वर्ष 2022 से उत्पाद विभाग के पोर्टल पर किसी भी प्रकार का अपडेट नहीं दिया गया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि विभाग को पहले से इस घोटाले की जानकारी थी और इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई।
इससे पहले मंगलवार को एसीबी ने उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के पूर्व प्रधान सचिव एवं JSBCL के पूर्व महाप्रबंधक विनय कुमार चौबे तथा संयुक्त आयुक्त (उत्पाद) गजेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया था।
दो दिनों की कार्रवाई में अब तक कुल पांच आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इन सभी पर एक साजिश के तहत सरकारी शराब दुकानों में मैनपावर आपूर्ति के लिए नियमों को दरकिनार कर मनचाही प्लेसमेंट एजेंसियों का चयन करने का आरोप है। आरोप है कि इन एजेंसियों को अनुचित लाभ पहुंचाया गया, जिससे राज्य सरकार को लगभग 38 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
गिरफ्तार वर्तमान और पूर्व महाप्रबंधकों – सुधीर कुमार दास और सुधीर कुमार – के अधीन ही प्लेसमेंट एजेंसियों, शराब आपूर्ति कंपनियों और JSBCL कर्मचारियों के भुगतान की जिम्मेदारी थी। इसके अलावा वे कॉर्पोरेशन के गोदामों के भी प्रभारी थे, जिनका लाइसेंस भी इन्हीं के नाम पर जारी होता था।
तीसरे गिरफ्तार आरोपी, नीरज कुमार सिंह और उनकी कंपनी मेसर्स मार्शन इनोवेटिव सिक्योरिटी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड पर फर्जी बैंक गारंटी के आधार पर शराब दुकानों में मैनपावर की आपूर्ति करने का आरोप है।