मजदूरों की ललकार: सरकार हटाओ, अधिकार बचाओ!
शहाजहान अत्तार - राज्य प्रमुख - महाराष्ट्र

सोलापुर: सोलापुर में 1 मई को महाराष्ट्र दिवस और अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस बड़े जोश और संकल्प के साथ मनाया गया। यह दिन सिर्फ उत्सव नहीं, बल्कि उन मजदूरों को श्रद्धांजलि देने का अवसर था जिन्होंने अपने अधिकारों के लिए बलिदान दिया।
कॉमरेड नरसैय्या एडम मास्टर ने अपने भाषण में कहा कि मोदी सरकार की मजदूर-विरोधी नीतियों ने श्रमिकों के अधिकारों को कमजोर किया है। चार नई श्रम संहिताएं ठेका मजदूरों की सुरक्षा को कम कर रही हैं और ट्रेड यूनियनों की भूमिका सीमित कर रही हैं। उन्होंने 20 मई को देशव्यापी आम हड़ताल का ऐलान किया।
दत्त नगर में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) सोलापुर जिला समिति द्वारा ध्वजारोहण किया गया और शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। कार्यक्रम में नलिनीताई कलबुर्गी, नसीमा शेख, कामिनी एडम और अन्य नेताओं ने हिस्सा लिया।
प्रजा नाट्य मंडल के कलाकारों ने क्रांतिकारी गीतों की प्रस्तुति दी। सीआईटीयू के राज्य महासचिव एम.एच. शेख ने मजदूर दिवस के ऐतिहासिक महत्व पर प्रकाश डाला और बताया कि यह दिन 1886 की शिकागो घटना की याद दिलाता है, जब मजदूरों ने 8 घंटे कार्य दिवस की मांग की थी।कार्यक्रम का संचालन एडवोकेट अनिल वासम ने किया और आभार कॉमरेड दत्ता चव्हाण ने व्यक्त किया।