
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने चेतावनी जारी की है कि एक विशाल क्षुद्रग्रह (एस्टेरॉयड) पृथ्वी की ओर तेजी से बढ़ रहा है। यह क्षुद्रग्रह लगभग 460 फीट लंबा है और 28,298 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से यात्रा कर रहा है। यह 25 जनवरी 2025 को पृथ्वी के निकटतम बिंदु से गुजरेगा।
नासा के अनुसार, इस क्षुद्रग्रह का नाम 2025 BK है, जो लगभग 160 फीट चौड़ा है, यानी यह एक हवाई जहाज के आकार के बराबर है। यह 23,348 मील प्रति घंटे की रफ्तार से पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है। यह क्षुद्रग्रह दोपहर बाद करीब 4 बजे पृथ्वी के पास से गुजरेगा, उस दौरान यह पृथ्वी से 3,660,000 मील की दूरी पर होगा, जो चंद्रमा से पृथ्वी की दूरी से 16 गुना ज्यादा है।
नासा की जेट प्रोपल्शन लैबोरेटरी (JPL) में वैज्ञानिक इस क्षुद्रग्रह पर नजर बनाए हुए हैं। हालांकि, वैज्ञानिकों का कहना है कि यह क्षुद्रग्रह पृथ्वी के करीब से सुरक्षित गुजर जाएगा। लेकिन अगर अंतरिक्ष में कोई हलचल हुई तो इसकी दिशा बदल सकती है और यह पृथ्वी से टकराकर तबाही का कारण बन सकता है।
नासा के वैज्ञानिकों के अनुसार, अंतरिक्ष में आज से साढ़े 4 अरब साल पहले गैस और धूल कणों के गुबार थे, जो फटकर बड़ी-बड़ी चट्टानों के टुकड़े बन गए। यही चट्टानें क्षुद्रग्रह हैं, जो आज अंतरिक्ष में मंडरा रहे हैं और ग्रहों की परिक्रमा करते हुए पृथ्वी की ओर आते हैं। नासा इन ऑब्जेक्ट्स को देखने और ट्रैक करने के लिए रडार सिस्टम, दूरबीन और OSIRIS-REx जैसी तकनीकों का इस्तेमाल करता है और समय-समय पर पृथ्वी पर मंडरा रहे खतरे से लोगों को अलर्ट करता रहता है, ताकि लोग खतरे से अपना बचाव कर सकें।
हालांकि, वर्तमान में इस क्षुद्रग्रह से पृथ्वी को कोई तत्काल खतरा नहीं है, लेकिन नासा की सतर्कता और निरंतर निगरानी से हम भविष्य में संभावित खतरों से सुरक्षित रह सकते हैं।