
Indian Socio Income and Grievance Helping Trust (INSIGHT) ने Esther Prayer Fellowship बैंगलोर, कर्नाटक के सहयोग से महात्मा गांधी कुष्ठ कालोनी निरसा Dhanbad में एक सामाजिक सहयोग कार्यक्रम आयोजित किया। यह बस्ती उन लोगों के लिए बसाई गई थी जो पहले कुष्ठ रोग से पीड़ित थे। हालांकि अब ये लोग पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं, फिर भी इन्हें न तो कोई काम मिल रहा है और न ही सरकार से किसी प्रकार की सहायता प्राप्त हो रही है।
जानकारी के अनुसार, पहले जब ये लोग कुष्ठ रोग से पीड़ित थे, तब सरकार की ओर से उन्हें सहायता दी जाती थी, परंतु बीमारी से ठीक हो जाने के बाद वह सहायता बंद कर दी गई। इनमें से कई लोग भारत के विभिन्न राज्यों से हैं, जिन्हें समाज और परिवारों ने बहिष्कृत कर दिया था। बाद में सरकार ने इन्हें एक स्थान प्रदान किया जिसे “महात्मा गांधी कुष्ठ कालोनी” कहा गया।
सामाजिक घृणा और बहिष्कार के कारण आज भी ये लोग सामान्य समाज में स्वीकार नहीं किए जा रहे हैं। मजबूरी में इन्हें सामाजिक भीख मांग कर अपना जीवन चलाना पड़ रहा है। इसके साथ ही, इस बस्ती में न तो पीने के पानी की व्यवस्था है और न ही बिजली की सुविधा उपलब्ध है, जिससे उनका जीवन और भी कठिन हो गया है।
इस पहल का नेतृत्व ट्रस्ट के सचिव सुभाष सिंह और महासचिव सरिता सिंह ने किया। उनका उद्देश्य इन लोगों के पुनर्वास, सम्मानजनक जीवन और आत्मनिर्भरता के लिए कदम उठाना है।
कार्यक्रम के दौरान INSIGHT ट्रस्ट द्वारा बस्ती के निवासियों को फल, विधवा महिलाओं को वस्त्र, और कुछ आर्थिक सहायता भी प्रदान की गई। यह कदम उन लोगों के प्रति करुणा और संवेदना का प्रतीक था जो लंबे समय से समाज से उपेक्षित रहे हैं।
इस कार्यक्रम के दौरान INSIGHT ट्रस्ट ने बस्ती के लोगों की समस्याओं को सुना और उन्हें रोजगार तथा सरकारी सहायता योजनाओं से जोड़ने के लिए कार्य करने का आश्वासन दिया।
यह सामाजिक प्रयास न केवल झारखंड बल्कि पूरे देश के लिए एक उदाहरण है कि कैसे संवेदनशीलता और सहयोग से समाज के उपेक्षित वर्गों के जीवन में बदलाव लाया जा सकता है।












