झरिआ, बलियापुर, और सिंदरी पूरी तरह से अवैध लॉटरी के चपेट मे !!!
अमन सिंह : प्रतिनिधि

धनबाद:- झरिआ, बलियापुर, और सिंदरी क्षेत्र मे गरीबो की गाढ़ी कमाई का एक बड़ा हिस्सा अवैध लॉटरी खरीदने मे जा रहा हैँ। ये लॉटरी पूरी तरह से अवैध हैँ जो सिक्किम, नागालैंड, और बंगाल के नाम पे बेचा जाता हैँ जिसमे दावा किया जाता है की लॉटरी लगने पे लाभार्थी को एक करोड़ रूपये दिए जाएंगे जो की ये दावा पूरी तरह से झूठ हैँ।
झरिआ थाना प्रभारी संतोष कुमार सिंह ने आश्वासन देते हुए ये कहां था की अवैध धंधेबाज को पनपने नहीं दिया जायगा पर ये आश्वासन पूरी तरह से गलत साबित हुआ आज भी अवैध लॉटरी धडले से चल रहा है आज भी अधिकतर गुमटीयो चाय दुकानों मे लॉटरी खुलेआम बेचीं जा रही है और सिर्फ दुकानों मे नहीं बल्कि अब तो लॉटरी को घूम घूम के बाइक द्वारा बेचा जाता है पहुंचाया जाता हैँ और व्हाट्सप्प की सहायता से भी बेचा जाता है और ये धंधा सिर्फ झरिआ मे नहीं बल्कि तिरसा थाना क्षेत्र बलियापुर थाना क्षेत्र और सिंदरी थाना क्षेत्र तक अपने पैर पसारे हुए हैं।
अवैध लॉटरी विक्रेता का एक बहुत बड़ा सिण्डिकेट इसपे काम कर रहा है।जहाँ लॉटरी छापने से लेकर लॉटरी को होलसेल रिटेल भी किया जा रहा है।सूत्रों के अनुसार पूरी लॉटरी सिंडिकेट मे झरिया थाना क्षेत्र के मुख्य सरगना समीर अंसारी, राजेश तीसरा थाना क्षेत्र के लखन, पिंटू, राजेश जैसे न जाने कितने लोग पहले से अपना धंधा चला रहे है लेकिन अभीतक क़ानून के हाथो से दूर है।
अगर लॉटरी ख़रीदारों की माने तो लॉटरी की सबसे कम कीमत सौ रुपये है और पुरे जिले मे करीब 20 से 25 लाख की लॉटरी रोजाना बेचीं जाती है। अगर आज इसपे रोक नहीं लगाया गया तो वो वक़्त दूर नहीं की नशे और शराब की तरह लॉटरी भी एक गरीब का घर उजाड़ने मे मुख्य भूमिका पा लेगी।