जलगांव में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र रैकेट का भंडाफोड़, दो वकील गिरफ्तार
शहाजहान अत्तार - राज्य प्रमुख - महाराष्ट्र

जलगांव: तहसीलदार के फर्जी आदेश के आधार पर जन्म प्रमाण पत्र जारी करवाने के मामले में दो वकीलों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए वकीलों के नाम शेख मोहम्मद रईस मोहम्मद इदरीस बागवान (47, निवासी साहूनगर) और शेख मोहसिन शेख सादिक मनियार (46, निवासी पिंपराला) हैं।
जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. महेश्वर रेड्डी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि अधिवक्ता शेख मोहम्मद रईस के घर से एक फर्जी आदेश का नमूना और एक नकली सील जब्त की गई है। दोनों आरोपियों को एक दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है।
जांच में सामने आया है कि नगर निगम से जन्म प्रमाण पत्र हासिल करने के लिए तहसीलदार के नाम से फर्जी आदेश तैयार किए जा रहे थे। इस पूरे रैकेट का खुलासा तब हुआ जब एक विस्तृत रिपोर्ट प्रकाशित हुई, जिसके बाद नायब तहसीलदार की शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया।
अब तक कुल 43 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस के अनुसार, अधिवक्ता शेख मोहम्मद रईस दो साल से यह कार्य कर रहे थे और प्रत्येक प्रमाण पत्र के लिए तीन हजार रुपये वसूलते थे। यदि किसी व्यक्ति का जन्म प्रमाण पत्र जारी करने में एक वर्ष से अधिक समय बीत चुका होता, तो कोर्ट या तहसीलदार का आदेश आवश्यक होता। ऐसे मामलों में आरोपी फर्जी आदेश बनाकर प्रमाण पत्र जारी करवाते थे। यह गड़बड़ी जनवरी 2024 से शुरू हुई थी।
पुलिस यह भी जांच कर रही है कि आदेशों पर इस्तेमाल की गई मुहरें कहां और किसने तैयार कीं। साथ ही, यह भी पता लगाया जा रहा है कि इस पूरे षड्यंत्र में और कौन-कौन लोग शामिल हैं।
अब तक लगभग 40 संदिग्धों के दस्तावेजों का सत्यापन किया गया है, जबकि अन्य कुछ लोग मुंबई और अन्य शहरों से बुलाए गए हैं। एलसीबी ने संबंधित स्कूलों को पत्र भेजकर इन संदिग्धों के शैक्षणिक प्रमाण पत्रों की दोबारा जांच करने के निर्देश दिए हैं।
राज्य के मंत्री गिरीश महाजन ने इस पूरे मामले को बांग्लादेशी नागरिकों से जोड़ते हुए चिंता व्यक्त की है। वहीं, भाजपा नेता किरीट सोमैया आज दोपहर 3:30 बजे जलगांव एसपी ऑफिस पहुंचने वाले हैं।