पटियाला जेल से रिहा हुए कांग्रेस नेता नवजोत सिद्धू, केंद्र पर साधा साजिश करने का आरोप
"देश में जब भी तानाशाही आई, क्रांति आई और आज मैं कहता हूं कि क्रांति का नाम राहुल गांधी है।"
New Delhi ( Bureau): 1988 के रोड रेज मौत के मामले में करीब 10 महीने जेल में बिताने वाले सिद्धू शनिवार को रिहा हो गए। पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष को मई 2022 में 65 वर्षीय गुरनाम सिंह की मौत के मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा एक साल के सश्रम कारावास की सजा सुनाए जाने के बाद जेल भेज दिया गया था।
उनके वकील ने पहले कहा था कि जेल में उनके अच्छे आचरण के कारण सिद्धू को पहले रिहा किया जा रहा है। सिद्धू ने सुबह से जेल के बाहर इंतजार कर रहे पत्रकारों से कहा, “देश में जब भी तानाशाही आई, क्रांति आई और आज मैं कहता हूं कि क्रांति का नाम राहुल गांधी है।”
सिद्धू ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को “अखबरी मुख्यमंत्री “ बताया और कानून व्यवस्था और कर्ज के मुद्दों पर उनकी सरकार की आलोचना की।
शनिवार को पटियाला सेंट्रल जेल से बाहर आने के तुरंत बाद कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने केंद्र पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि देश में लोकतंत्र जंजीरों में जकड़ा हुआ है और संस्थाएं गुलाम हो गई हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि पंजाब में राष्ट्रपति शासन लगाने की साजिश रची जा रही है।