पुणे: सरपंच हत्याकांड के आरोपी ने सीआईडी कार्यालय में किया आत्मसमर्पण
जावेद अत्तार : ब्यूरो चीफ

पुणे: बीड जिलेके मस्साजोग गाव के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या की साजिश रचने के आरोपी वाल्मीक कराड ने मंगलवार को पुणे के सीआईडी कार्यालय में आत्मसमर्पण कर दिया। सरेंडर करने से पहले वाल्मिकी ने एक वीडियो शेयर कर बड़ा दावा किया है।
सरपंच संतोष देशमुख की हत्या हुए लगभग 22 से 23 दिन बीत चुके हैं। इस मामले में वाल्मीक कराड का नाम आने के बाद बीड पुलिस उसकी जांच कर रही थी. लेकिन आज वाल्मीक कराड ने पुलिस के पास जाने की बजाय पुणे में सीआईडी के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। लोकेशन पुलिस के हाथ न लग जाए इसलिए वाल्मिक एक जगह से दूसरी जगह जा रहा था।
वाल्मीक कराड ने करीब 22 दिनों में 2500-3000 किमी की यात्रा की है। वाल्मिक कराड को पकड़ने के लिए सीआईडी और एसआईटी देशभर में छापेमारी कर रही थी। 11 दिसंबर को वाल्मीक कराड के खिलाफ रंगदारी का मामला दर्ज किया गया था। उसके बाद भी वाल्मीक कराड सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव थे, जब उनकी लोकेशन पता चल गई तो उन्हें हिरासत में क्यों नहीं लिया गया। विधानसभा शीतकालीन सत्र के दौरान वाल्मीक कराड ने नागपुर में कुछ लोगों से मुलाकात की थी। हालांकि कराड पर किसी ने ध्यान नहीं दिया।
10 और 11 दिसंबर को वह दर्शन के लिए उज्जैन में मंदिर परिसर में थे। 11 तारीख को उन्होंने सोशल मीडिया पर एक फोटो पोस्ट की।
12 दिसंबर को वाल्मिक कराड ने दिवंगत बीजेपी नेता गोपीनाथ मुंढे की जयंती पर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था. इसकी लोकेशन परली में दिखाई गई थी।
13 दिसंबर को उसकी लोकेशन का पता नहीं चला।
14 दिसंबर को वाल्मीक कराड ने दत्त जयंती के मौके पर पोस्ट किया था।
15 दिसंबर को उन्होंने सोशल मीडिया पर धनंजय मुंढे और पंकजताई मुंढे को मंत्री पद पर बधाई देते हुए पोस्ट किया था।
16 तारीख को वाल्मीक कराड मध्य प्रदेश का पेंच अभयारण्य था। इसके बाद वाल्मीक कराड गायब हो गये।
वाल्मीक के कार्यकर्ताओं के मुताबिक इसके बाद वह अक्कलकोट चले गये।
इसके बाद वाल्मीक पुणे आ गए और दो दिन तक अस्पताल में रहे।
दिलचस्प बात यह है कि वाल्मिक कराड पिछले 22 दिनों से इतना घूम रहे थे।हैरानी की बात यह है कि जो पुलिसकर्मी उसका पीछा कर रहे थे, वे किसी भी टोल बूथ या किसी सीसीटीवी कैमरे में कैद नहीं हुए।