प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया आगामी चुनावों के दौरान ‘पेड न्यूज’ के प्रकाशन के खिलाफ समाचार पत्रों को आगाह किया
पत्रकारिता आचरण-2022 के मानदंडों का करे पालन ।
New Delhi (PCI) : प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया (पीसीआई) ने कहा कि किसी समाचार वस्तु/फोटो को प्रस्तुत करने का ढंग, वह भी किसी विशेष दल/उम्मीदवार के पक्ष में और साथ ही किसी विशेष दल के पक्ष में वोट देने की अपील भी पेड न्यूज का सूचक है।
प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया (पीसीआई) ने कहा कि विभिन्न राज्यों के आगामी चुनावों के दौरान ‘पेड न्यूज’ के प्रकाशन के खिलाफ समाचार पत्रों को आगाह किया और इससे बचने की सलाह दी है।प्रेस काउंसिल ने समाचार पत्रों को ‘पेड न्यूज’ पत्रकारिता आचरण-2022 के मानदंडों का पालन करने को कहा है।
प्रेस काउंसिल ने कहा कि अखबार को नेताओं द्वारा दिए गए बयानों का गलत अर्थ या गलत उद्धरण नहीं करना चाहिए। संपादकीय में भी उनके दिए बयानों की जो सही भावनाएं हैं, उसे वैसे ही प्रकाशित करना चाहिए, जैसा कि उन्होंने दिया है।इसमें कहा गया है कि प्रतिस्पर्धी अखबारों में प्रकाशित राजनीतिक खबरें समान सामग्री वाली हैं, तो ऐसी खबरें पेड न्यूज होने का संकेत देती हैं।
प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया ने कहा कि चुनाव के दिनों में दो समाचार पत्र एक ही खबर को शब्दशः प्रकाशित करते हैं, तो यह आकस्मिक नहीं होता है, बल्कि इससे स्पष्ट होता है कि ऐसी खबरें एक विचार के लिए प्रकाशित की गई हैं।
समाचार मदों के कॉलम जो बड़े पैमाने पर जाति के आधार पर मतदाताओं के नाम और विशेष राजनीतिक दल के उम्मीदवार के समर्थकों को इंगित करते हैं, समाचारों की प्रस्तुति के ऐसे तरीके और तरीके रिपोर्ट को पेड न्यूज के रूप में स्थापित करते हैं।
हालांकि, इस बीच पीसीआई ने कहा कि कैंपेन मीटिंग में फिल्मी सितारों की उपस्थिति के कारण उत्साह दिखाने वाली खबरों को पेड न्यूज नहीं कहा जा सकता है।
प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया ने समाचार पत्रों को उम्मीदवारों की रिपोर्ट और इंटरव्यू प्रकाशित करने में संतुलन बनाए रखने की भी नसीहत दी है।प्रेस काउंसिल ने समाचार पत्रों से यह भी कहा कि बिना सत्यापन के किसी भी राजनीतिक दल की जीत की भविष्यवाणी करने वाले किसी भी समाचार सर्वे को प्रकाशित न करें।
Resource : PCI