Ranchi ( Bureau): गिरीडीह जिले के देवरी थाने की दिल को दहलाने वाली पुलिस जुल्म की यह तस्वीर देखकर किसी का भी दिल रो दे। घटनास्थल गिरीडीह ज़िला मुख्यालय से सिर्फ़ 33 किमी दूर है, लेकिन वहाँ के एसपी के पास 17 घंटे बाद तक इतने लोमहर्षक घटना को खुद से देखने जाने का समय नहीं मिला।
मुख्यमंत्री और पुलिस मुख्यालय के ट्वीट कर संदेश/निर्देश देने के बाद भी नहीं। पुलिस की “संवेदनहीनता” का ज्वलंत नमूना है ये।
बाबूलाल मरांडी ट्वीट कर बताएं– ऐसे एसपी को जाँच का ज़िम्मा दिये जाने और उनकी जाँच पर भला कौन भरोसा करेगा? क़ायदे से तो हेमंत जी आपको तो ऐसे एसपी को तुरंत निलंबित कर देश-दुनिया के संवेदना का मैसेज देना चाहिये था।
लेकिन मैं जानता हूँ कि आप के बूते से बाहर है ये काम। मुझे बताया गया है कि जिस भाई-भाई के आपकी मारपीट के केश में पुलिस नवजात के दादा को गिरफ़्तार करने गई थी वो न्यायालय से ज़मानत पर हैं। तीन बजे रात में बिना महिला पुलिस के किसी परिवार वाले के घर में पुलिस के घुसने का कौन सा क़ानून है? वह भी बिना पता किये कि जिसे पकड़ने गया है वो तो ज़मानत पर है। ऐसा जंगल राज तो तालिबान में भी नहीं देखा गया है।
बाबूलाल मरांडी ट्वीट कर बताएं- ” जी, इससे पहले कि आपकी और थू-थू हो, वहाँ के छोटे-बड़े अफ़सरों पर कठोर कारवाई करिये। आगे आपकी मर्ज़ी।”