महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव: खडकवासला सीट पर एनसीपी-बीजेपी की खींचतान
जावेद अत्तार : ब्यूरो चीफ

पुणे: विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद से ही महाराष्ट्र का माहौल सियासी हो गया है। सभी राजनीतिक दलों ने 288 निर्वाचन क्षेत्रों पर जोर दिया है, हालांकि महायुति और महाविकास अघाड़ी के सीट आवंटन को अंतिम रूप नहीं दिया गया है, लेकिन घटक दलों ने पूरी तरह से अपने संबंधित ‘सुरक्षित’ निर्वाचन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया है।

2009 में खडकवासला निर्वाचन क्षेत्र के गठन के बाद से बीजेपी (भाजपा) और एनसीपी के बीच समान और सीधी लड़ाई होती रही है। हालांकि यह सीट फिलहाल महागठबंधन में बीजेपी के कब्जे में है, लेकिन चर्चा थी कि इस पर एनसीपी अजित पवार गुट की नजर है।
राज्य सरकार ने मंगलवार (15) को राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर की नियुक्ति अवधि बढ़ाने का फैसला किया है।
अदिति तटकरे ने महिला एवं बाल विकास विभाग ने रूपाली चाकणकर का कार्यकाल तीन साल बढ़ाने का आदेश जारी किया।
हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी का गढ़ माने जाने वाले खडकवासला से महागठबंधन की उम्मीदवार सुनेत्रा पवार को अपेक्षित बहुमत नहीं मिल सका। तभी यह चर्चा शुरू हो गई कि मतदाताओं ने अजित पवार की एनसीपी के साथ बीजेपी की दोस्ती को खारिज कर दिया है।
हालाँकि, उसके बाद भी ऐसी संभावना थी कि विधानसभा चुनाव के लिए सीट आवंटन में भाजपा को अपनी पारंपरिक खडकवासला सीट एनसीपी के अजीत पवार समूह के लिए छोड़नी होगी। लेकिन अब चाकणकर को राज्य महिला आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किए जाने से एनसीपी को खडकवासला सीट पर अपना दावा छोड़ना पड़ेगा।













