
भारतीय व्यंजनों में पनीर का एक महत्वपूर्ण स्थान है, और जब बात खास ग्रेवी वाली सब्जियों की हो, तो पनीर दो प्याज़ा एक लोकप्रिय नाम बन जाता है। यह व्यंजन अपने अनोखे स्वाद, मसालों की समृद्धि और प्याज की दोहरी परतों के कारण भारतीय रसोई में एक पसंदीदा डिश बन गया है।
पनीर दो प्याज़ा की ऐतिहासिक जड़ें
इस व्यंजन का इतिहास मुगल काल से जुड़ा हुआ है। कहा जाता है कि “दो प्याज़ा” शैली की उत्पत्ति मुगल रसोई में हुई थी, जहां प्याज का भरपूर उपयोग किया जाता था। ‘दो प्याज़ा’ नाम का अर्थ ही है – ‘दो बार प्याज का उपयोग’। यह परंपरा मुगलों के खानसामों ने शुरू की थी, जो व्यंजनों में मसालों और सामग्री का अनोखा संतुलन बनाते थे। मूल रूप से, यह तकनीक मीट आधारित व्यंजनों में देखी जाती थी, लेकिन बाद में शाकाहारी संस्करण में पनीर को शामिल कर लिया गया, जिससे पनीर दो प्याज़ा का जन्म हुआ।
पनीर दो प्याज़ा रेसिपी
यह व्यंजन अपनी मसालेदार, मलाईदार ग्रेवी और कुरकुरे प्याज के टुकड़ों की वजह से हर किसी को लुभाता है। इसे बनाने के लिए निम्नलिखित सामग्री और विधि अपनाई जा सकती है:
सामग्री:
- 200 ग्राम पनीर (क्यूब्स में कटा हुआ)
- 2 बड़े प्याज (एक बारीक कटा हुआ, दूसरा टुकड़ों में)
- 2 टमाटर (बारीक कटे हुए या प्यूरी)
- 1 हरी मिर्च (कटी हुई)
- 1/2 कप दही
- 1 चम्मच अदरक-लहसुन पेस्ट
- 1 चम्मच धनिया पाउडर
- 1/2 चम्मच हल्दी
- 1/2 चम्मच लाल मिर्च पाउडर
- 1/2 चम्मच गरम मसाला
- 1/2 चम्मच कसूरी मेथी
- 2 चम्मच घी या तेल
- नमक स्वादानुसार
- धनिया पत्ती (गार्निश के लिए)
बनाने की विधि:
- सबसे पहले, एक कड़ाही में घी या तेल गरम करें और पनीर के टुकड़ों को हल्का सुनहरा होने तक भून लें। फिर इन्हें अलग निकाल लें।
- उसी तेल में कटे हुए प्याज डालें और भूनें जब तक वे सुनहरे न हो जाएं। इसके बाद अदरक-लहसुन पेस्ट डालकर अच्छी तरह से मिलाएं।
- अब टमाटर प्यूरी डालें और तब तक पकाएं जब तक मसाला तेल न छोड़ दे।
- इसमें हल्दी, धनिया पाउडर, लाल मिर्च पाउडर और नमक डालें और मसालों को अच्छे से पकाएं।
- अब फेंटा हुआ दही डालें और धीमी आंच पर पकाएं।
- इसके बाद बड़े कटे हुए प्याज के टुकड़े डालें और हल्का कुरकुरा रहने तक पकाएं।
- अब भुना हुआ पनीर और गरम मसाला डालें। अच्छी तरह से मिलाकर कुछ मिनट पकने दें।
- आखिर में, कसूरी मेथी और हरी धनिया डालकर गैस बंद करें।
सेवा करने का तरीका
पनीर दो प्याज़ा को गर्मागर्म पराठे, नान या जीरा राइस के साथ परोसा जा सकता है। इसका मसालेदार स्वाद और प्याज का अनोखा टेक्सचर इसे खास बनाता है।
निष्कर्ष
पनीर दो प्याज़ा सिर्फ एक डिश नहीं, बल्कि भारतीय खाने की समृद्धि और इतिहास की झलक भी है। यह मुगलई विरासत का एक बेहतरीन उदाहरण है, जिसे आज भी भारतीय घरों और रेस्टोरेंट्स में खूब पसंद किया जाता है। अगर आप एक स्वादिष्ट और शाही व्यंजन का आनंद लेना चाहते हैं, तो यह रेसिपी जरूर आजमाएं!